नई दिल्ली: पांच मई की बात है. रोहिणी निवासी महिला डॉक्टर को एक कॉल आया. कॉलर ने बताया कि वह पुलिस अधिकारी है. उसने बताया कि महिला के नाम का विदेश से एक कोरियर आया है. कस्टम अधिकारी ने जांच में पाया कि उसमें ड्रग्स था. इसलिए कस्टम अधिकारी ने महिला के खिलाफ ड्रग्स तस्करी की शिकायत की है. इससे महिला डर गई और वह समाधान पूछने लगी. इसके बाद कभी एयरपोर्ट ऑफिसर, कभी कस्टम अधिकारी तो कभी नारकोटिक्स ऑफिसर अधिकारी बनकर कई लोगों ने बात की और मामला रफा-दफा करने के नाम पर उससे चार करोड़ तीस लाख रुपये ठग लिए. इस तरह की ठगी का यह कोई अकेला मामला नहीं है. अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं.
ऐसे मामलों पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने लोगों को जागरूक करना शुरू किया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को इस पहल से साइबर अपराध पर कुछ हद तक लगाम लगने की उम्मीद है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो के माध्यम से लोगों को बताया है कि यदि उनके पास ऐसा कोई कॉल आए जिसमें कॉल करने वाला खुद को दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच या अन्य किसी प्रवर्तन एजेंसी से बता रहा हो तो उसकी जानकारी तत्काल अपने संबंधित थाने को जरूर दें. ऐसी कॉल करने वाले अपराधी लोगों को यह कहकर डराते हैं कि व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म या पोक्सो या भ्रष्टाचार आदि की शिकायत आई है. इसके मामले को रफा-दफा करने के लिए से मोटी रकम की मांग करते हैं. अचानक आई ऐसी कॉल से लोग डर जाते हैं और अपराधियों के चंगुल में फंस जाते हैं.