नई दिल्ली:राजधानी में होने वाले अपराधों को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने वर्ष 2020 के अपराध के आंकड़े पेश किए. जिससे पता चला है कि वर्ष 2020 में झपटमारी और लूट की वारदातों में इजाफा हुआ है. वहीं इसके अलावा अन्य सभी अपराधों में कमी देखने को मिली है. लूट एवं झपटमारी की वारदातों के बढ़ने का कारण पुलिस कमिश्नर द्वारा फ्री रजिस्ट्रेशन बताया गया है.
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2019 के मुकाबले 2020 में अपराध में कमी
पुलिस कमिश्नर के अनुसार वर्ष 2019 में जहां 3,16,261 एफआईआर दर्ज की गई थीं. वहीं 2020 में यह मामले घटकर 2,50,324 हो गए हैं. दिल्ली में वर्ष 2020 में लगभग 65 फ़ीसदी मामलों में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज की गई है जिसके लिए लोगों को थाने जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी.
आपराधिक वारदातों में जहां लगभग 16 फ़ीसदी की कमी बीते वर्ष दर्ज की गई है. वहीं गिरफ्तारी के मामलों में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने पूरी इमानदारी से अपराध को लेकर मामले दर्ज किए हैं और पीसीआर कॉल के आधार पर यह मामले दर्ज हुए हैं.
लूट एवं झपटमारी में हुई बढ़ोत्तरी
राजधानी में जहां लूटपाट एवं झपटमारी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है तो वहीं डकैती, वाहन चोरी और चोरी की वारदातों में कमी आई है. हत्या, हत्या प्रयास एवं चोट पहुंचाने के मामलों में भी बीते वर्ष कमी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में जहां 521 हत्या की वारदातें हुई थी तो वहीं 2020 में हत्या की 472 वारदातें हुई हैं.
इनमें से 53 हत्या अकेले उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की हैं. उन्होंने बताया कि डकैती व लूट के 92 फीसदी मामलों को पुलिस द्वारा सुलझाया गया है. वहीं झपटमारी के 60 फीसदी मामले सुलझाने में पुलिस कामयाब रही है.
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