नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो करोड़ की ठगी के मामले में दो बिल्डरों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उन्होंने एक शख्स से 2 करोड़ रुपये 3 फ़ीसदी मासिक मुनाफा देने के नाम पर लिए थे. लेकिन ना तो उन्होंने रकम लौटाई और ना ही इससे संबंधित किए गए वादे को पूरा किया. इसे लेकर वर्ष 2017 में पंजाबी बाग थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. आरोपियों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा और गौतमबुद्ध नगर में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं.
2 करोड़ की ठगी में फरार चल रहा बिल्डर गिरफ्तार, आधा दर्जन मामलों में है आरोपी - delhi news
दिल्ली के पंजाबी बाग थाना में दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो बिल्डरों को गिरफ्तार किया है. जो दो करोड़ की ठगी करने के मामले में फरार चल रहे थे.
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दो करोड़ की ठगी
दो करोड़ की ठगी के मामले में फरार चल रहे दो बिल्डर गिरफ्तार
संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा के अनुसार शिकायतकर्ता राजेश कुमार गर्ग ने दिसंबर 2017 में एक शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने अरविंद इंटरसिटी नाम से एक प्रोजेक्ट लांच किया था. इस प्रोजेक्ट को ग्रेटर नोएडा में संजय कुमार और मनोज चौधरी आगे बढ़ा रहे थे. इसमें उन्होंने राजेश कुमार को दो करोड़ रुपये एक साल के लिए लगाने को कहा. इसके लिए तीन फ़ीसदी महीना उन्हें मुनाफा देने का वादा किया गया. आरोपियों ने पीड़ित को यह आश्वासन दिया कि अगर वह रुपये नहीं लौटा पाए तो अपने दो रेजिडेंशियल विला उन्हें दे देंगे. लेकिन उन्होंने ना तो पीड़ित के पैसे लौटाए और ना ही अपना वादा पूरा किया. उनकी शिकायत पर दिसंबर 2017 में एफआईआर दर्ज हुई थी.
आर्थिक अपराध शाखा ने किया गिरफ्तार
इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने संजय कुमार और मनोज चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ग्रेटर नोएडा के सेक्टर गामा में रहते हैं. इनके खिलाफ पंजाबी बाग थाने में वर्ष 2017 में एफआईआर हुई थी, जिसमें इन्होंने राजेश कुमार गर्ग से 2 करोड़ रुपये की ठगी की थी. दोनों आरोपी रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं. इनके खिलाफ छह अन्य अपराधिक मामले भी आर्थिक अपराध शाखा एवं गौतमबुद्ध नगर थाने दर्ज हैं. फिलहाल इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.