नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को कारोबारी पी सरथ रेड्डी को अपनी मृत दादी का अंतिम संस्कार करने के लिए 14 दिनों की अंतरिम जमानत दे दी. रेड्डी को दिल्ली आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किया गया था. स्पेशल जज एमके नागपाल ने जमानत देते हुए कहा कि उसे इस कोर्ट में 2 लाख रुपये की राशि निजी मुचलके के तौर पर देना होगा. वह हैदराबाद शहर की सीमा से बाहर नहीं जाएगा, जब तक कि उसकी मृत दादी के अंतिम संस्कार के संबंध में इसकी आवश्यकता न हो और किसी भी परिस्थिति में वह देश नहीं छोड़ेगा.
कोर्ट ने कहा कि आवेदनकर्ता की दादी की मृत्यु 25 जनवरी 2023 को होने की जानकारी दी गई है, लेकिन यह कहा गया है कि उनका शव अभी भी मोर्चरी में रखा हुआ है और उन्हीं के द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया जाना है. आवेदक चूंकि सबसे बड़ा पोता है, इसलिए उनके द्वारा ही चिता को मुखाग्नि दी जाएगी. कोर्ट ने कहा कि इस संबंध में मृतक की अंतिम इच्छा को पूरा किया जाना चाहिए. इसलिए आवेदक की जमानत अंतिम संस्कार से 13 दिनों तक की मंजूर की जाती है.
इससे पहले, सरथ रेड्डी की नियमित जमानत पर बहस करते हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि 100 करोड़ रुपये की रिश्वत का आरोप निराधार और बिना किसी सबूत के बनाया गया है. रेड्डी को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किया गया था. रेड्डी के वकील ने तर्क दिया कि 100 करोड़ रुपए के हेरफेर को लेकर कोई सबूत नहीं है. चार्जशीट दायर करने के बाद मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 20-30 करोड़ रुपये की रिश्वत का आरोप लगाया है, लेकिन सीबीआई चार्जशीट में उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं है.