नई दिल्ली:देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है. वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का एक मुख्य कारण है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर सरकार के साथ लोग भी जागरूकता दिखा रहे हैं. आज दिल्ली की सड़कों पर करीब 1.50 लाख इलेक्ट्रिक वाहन दौड़ रहे हैं. जो दिल्ली में कुल वाहनों का 13 प्रतिशत है. वहीं दिल्ली की सड़कों पर 800 इलेक्ट्रिक बसें भी दौड़ रही हैं. इससे दिल्ली के प्रदूषण में कमी दर्ज की गई है.
देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में:हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 400 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (डीटीसी) के बेड़े में 800 इलेक्ट्रिक बसें हो गई हैं. दिल्ली सर्वाधिक इलेक्ट्रिक बसों वाला देश का पहला राज्य बन गया है. इस साल के अंत तक दिल्ली में कुल 1900 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य रखा गया है, इससे दिल्ली विश्व के चुनिंदा शहरों में शामिल हो जाएगी, जहां पर सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी. 1900 इलेक्ट्रिक बसें आने के बाद हर साल 1.07 लाख टन कार्बन उत्सर्जन बचा सकेंगे. 2025 के अंत तक 8280 इलेक्ट्रिक बसें चलाए जाने का लक्ष्य है.
इलेक्ट्रिक स्कूटी की ज्यादा डिमांड:इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाना डीजल और पेट्रोल वाहनों के मुकाबले काफी सस्ता पड़ रहा है. यही कारण है कि दिल्ली एनसीआर ही नहीं पूरे देश में डिलीवरी करने वाली कंपनियां इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीद रही है, जिसे डिलीवरी बॉय घर-घर आर्डर किए गए सामान डिलीवर करते हैं. इतना ही नहीं लोग भी अब पेट्रोल वाली स्कूटी खरीदने के बजाय इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीद रहे हैं. एक निजी कंपनी में कार्यरत शिखा जोशी ने बताया कि उन्होंने ऑफिस जाने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदी है. यह हल्की है और उन्हें चलाने में आसानी भी होती है.
दिल्ली में 4600 चार्जिंग पाइंट्स की व्यवस्था:राजधानी लोग ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन खरीदें इसके लिए पहले सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी गई. लोगों को वाहन चार्ज करने में असुविधा न हो इसके लिए चार्जिंग स्टेशन भी खोले जा रहे हैं. वर्तमान में दिल्ली में 53 स्थानों पर 4600 चार्जिंग पॉइंट हैं. इसमें दिल्ली सरकार ने 425, निजी लोगों व आरडब्ल्यूए ने 1580, उद्यमियों ने 2595 और 100 चार्जिंग पॉइंट्स पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बनाए गए हैं. इससे लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने की सुविधा मिल रही है.