नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के मामले में आरोपित देवांगना कलिता की याचिकाओं पर नोटिस जारी किया. न्यायमूर्ति अमित बंसल ने दिल्ली पुलिस को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने या याचिकाओं पर जवाब देने का निर्देश दिया. अगली सुनवाई 17 जनवरी 2024 को होगी.
कोर्ट ने मामले में सीएए-एनआरसी विरोध प्रदर्शन के कुछ वीडियो और उनके खिलाफ दिल्ली दंगों के दो मामलों में पुलिस अधिकारियों के व्हाट्सएप समूहों की चैट की मांग की थी. आरोपी कलिता ने दोनों दंगों के मामलों (एफआईआर) में आरोप की दलीलों पर रोक लगाने की भी मांग की है.
क्या है मामला:देवांगना कलिता पिंजड़ा तोड़ो ग्रुप की सदस्य है. इन संगठन पर दिल्ली में दंगे फैलाने का आरोप है. दिल्ली पुलिस के पास इनके द्वारा दंगा फैलाए जाने का सबूत वीडियो के रूप में मौजूद है. कलिता का वीडियो टेंडर के आधार पर दिल्ली पुलिस द्वारा नियुक्त किसी व्यक्ति ने शूट किया गया था. उनके वकील अधिवक्ता अदित एस पुजारी ने कहा कि वीडियो बेगुनाही को प्रदर्शित करेंगे और इस तथ्य को भी प्रदर्शित करेंगे कि वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में शामिल थीं.
पुजारी ने कहा कि ये वीडियो दिल्ली पुलिस द्वारा दोनों मामलों में कलिता के खिलाफ दायर आरोप-पत्र का हिस्सा हैं. उन्होंने एक मामले में वीडियो के आधार पर मेरी पहचान की है. साथ ही मेरे खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है कि मैं उस समूह का हिस्सा थी, जिसने दंगाइयों में से एक की हत्या कर दी थी.
कहा जा रहा है कि मैं जाफराबाद फ्लाईओवर के नीचे विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का हिस्सा हूं. उस वीडियो से चुनिंदा तस्वीरें ली गई हैं. वीडियो मुझे उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. चार साल बीत गए, वे आगे की जांच की आड़ में दावा करते हैं और वीडियो उपलब्ध नहीं कराना चाहते.