नई दिल्ली:अरविंद केजरीवाल 2015 और साल 2020 में पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज हुए. इन दोनों सरकार में मुख्यमंत्री केजरीवाल का यमुना के प्रदूषण को साफ करने का एजेंडा रहा है. वह दिल्ली के चुनाव में यमुना को साफ करने की समय समय पर डेडलाइन देते रहे हैं. अब 2025 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में एक बार फिर यमुना की सफाई का मुद्दा उठाया जाएगा. वहीं यमुना को साफ करने में दिल्ली सरकार ने कितनी कामयाबी हासिल की है और आगे कैसे वह यमुना को साफ करने वाले हैं.
इस मुद्दे पर शुक्रवार को दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यमुना को साफ करना सीएम केजरीवाल की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. सीएम ने यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए 6 स्टेप्स बताए थे. इसमें नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण, एक्सिस्टिंग प्लांट की क्षमता बढ़ाना, पुराने एसटीपी की टेक्नोलॉजी बदलना, जेजे क्लस्टर से निकलने वाली गंदगी को यमुना में गिरने से रोकना और सीवर कनेक्शन लगाना शामिल है.
अब तक के कार्य के बारे में भी बताया:सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहले जेजे क्लस्टर में सीवर नेटवर्क नहीं था. 639 जेजे क्लस्टर में से 571 को सीवर नेटवर्क से जोड़ चुके हैं. अनाधिकृत कॉलोनियों में चार लाख से ज्यादा घरों को सीवर कनेक्शन से जोड़ा गया. 2014-15 तक 220 कच्ची कॉलोनियां ही सीवर से जुड़ी थी. आज 839 कालोनियां सीवर से जुड़ी है. उस समय 373 एमजीडी सीवर ट्वीट होता था, आज 547 एमजीडी है.