नई दिल्ली :कोरोना के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं, जिसके तहत स्कूल और कॉलेज भी पूरी तरह से खुलने लगे हैं. इस बीच दिल्ली सरकार के द्वारा कोरोना की वजह से बच्चों की शिक्षा में आई रुकावट और लर्निंग गैप के मद्देनजर शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने नए शैक्षणिक सत्र में स्टूडेंट्स में आए लर्निंग-गैप, लिखने- पढ़ने और बुनियादी गणित को लेकर उनमें आधारभूत कौशल को बेहतर करने के लिए पूरी तरह से तैयारियां पूरी कर ली हैं.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू हो रहा है. ऐसे में यह पहली बार होगा, जब स्टूडेंट्स लॉकडाउन के दो साल बाद नए सत्र में भौतिक तौर पर कक्षाओं में शामिल होंगे. इस बाबत दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने सोमवार को सरकारी स्कूलों के सभी स्कूल प्रमुखों व डीओई के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें शैक्षणिक सत्र 2022-23 की पहली तिमाही में विशेष रूप से विद्यार्थियों के भावनात्मक वेल-बींग और आधारभूत कौशल पर ध्यान देने का निर्देश दिया. छात्रों में आए लीर्निग-गैप को दूर करने के लिए शिक्षा निदेशालय द्वारा दो फेज का एक्शन प्लान तैयार किया गया है.
शिक्षा निदेशक ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को न केवल अपने आधारभूत कौशल को फिर से वापस लाया जाएगा, बल्कि विषयों को लेने से पहले वैचारिक स्पष्टता का निर्माण करने का अवसर देने के लिए कक्षावार पाठ्यक्रम को कम किया जाएगा. नए सत्र में विद्यार्थियों के सीखने से संबंधित मुद्दों को चिन्हित करने और स्कूलों में दो फेज के एक्शन प्लान को लागू करने के लिए शिक्षकों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा. योजना के क्रियान्वयन की जांच करने के लिए शिक्षा निदेशक द्वारा इसकी साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी.