नई दिल्ली/गोवा : दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को गोवा में अपने समकक्ष नीलेश कैबरल से बिजली सब्सिडी की संभावना पर खुली बहस की. इस बहस का मुख्य मुद्दा था कि क्या गोवा को निर्बाध मुफ्त बिजली मिल सकती है? अगले साल फरवरी में सत्ता में आने पर आप ने यही वादा किया था. दिल्ली और गोवा के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन और नीलेश कैबरल की इस पर राय जुदा रही. बीजेपी के मौजूदा बिजली मंत्री नीलेश कैबरल ऐसा नहीं सोचते हैं.
इस दौरान सत्येंद्र जैन ने कहा कि देश के अंदर अकेली दिल्ली सरकार है, जिसका बजट पॉजिटिव में चल रहा है. उन्होंने गोवा के ऊर्जा मंत्री नीलेश कैबरल से सवाल किया कि आप निजी कंपनियों को क्यों सपोर्ट कर रहे हैं. इस पर Nilesh Cabral का कहना था कि ऐसा नहीं है. हम जनता के हित के लिए काम करते हैं. गोवा की पावर मिनिस्ट्री दिल्ली से भी ज्यादा सब्सिडी दे रही है, लेकिन दे किसको रही है, ये नहीं पता. जनता को तो फ्री बिजली नहीं मिल रही. दिल्ली में दो करोड़ की आबादी है. ढाई हजार करोड़ की सब्सिडी देते हैं.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर गोवा की सरकार ज्यादा बिजली दे रही है तो जनता को क्यों नहीं मिल रही. यही तो हम बता रहे हैं कि कहीं न कहीं कांट्रेक्टर के पास चली जाती है. कंपनियों के पास चली जाती है. जनता के पास नहीं जाती है. जनता को बिल्कुल ट्रांसपेरेंट कर दो. सत्येंद्र जैन ने कहा कि जितने भी बिल हैं वो गलत आए हैं. मैं कल से आया हूं और कई लोगों से यहां मिला, उनकी यही शिकायत थी. जैसा कि केजरीवाल साहब ने कहा है कि पेंडिंग बिल घरेलू उपभोक्ताओं के माफ होंगे. 24 घंटे बिजली आएगी, इस बात की गारंटी है. सबको 300 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी.
दूसरा मुद्दा बिजली बिलों को लेकर था. सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में जितने भी बिल गलत आए हैं, उसे माफ किया जाएगा. गोवा के ऊर्जा मंत्री नीलेश कैबरल ने इस पर असहमति व्यक्त करते हुए कहा कि बिल को माफ करने से सरकार को नुकसान होगा. सही तो ये तरीका है कि उपभोक्ता को समय से बिजली बिल देना जाहिए.
बिजली बिल माफ करने के मसले में दोनों मंत्रियों में एक समय तकरार भी हो गई जब दिल्ली के ऊर्जा मंत्री ने ये कहा कि हम पुराना 20 करोड़ का घरेलू उपभोक्ताओं का बिल माफ कर देंगे. नीलेश कैबरल ने इसे अनुचित बताते हुए कहा कि इससे तो राजस्व का नुकसान होगा. इस पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि 20 करोड़ में तो MLA नहीं मिलते हैं. ये तो छोटी रकम है. गोवा के ऊर्जा मंत्री ने इस पर नाराजगी जताई और बोले कि देखिए आप दिल्ली के MLA हैं और हम गोवा के हैं. गोवा में MLA बिकता नहीं है.
जैन ने बहस में कहा कि 87 फीसदी यूनिट आ रहा है तो दिक्कत क्या है. आप गोवा के किसी भी अपने पड़ोसी से पूछ लिजिए कि क्या उनका बिल 300 यूनिट से कम आता है. नीलेश कैबरल ने कहा कि आप का ये दावा कितना सही है कि 80 फीसदी का बिल 300 से कम आता है.