नई दिल्ली:केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई ) ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा के आयोजन को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को एक पत्र लिखकर सुझाव दिया है. बता दें कि रविवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में 25 मई तक सुझाव देने के लिए कहा गया था. वहीं इस पत्र में उन्होंने बिना वैक्सीनेशन बच्चों को किसी भी परीक्षा में ना बुलाए जाने की बात कही है.
विकल्प संभव नहीं है तो परीक्षा रद्द कर दी जाए
साथ ही वैक्सीनेशन के संदर्भ में यह सुझाव दिया है कि केंद्र सरकार फाइजर कंपनी से बात कर 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए एप्रूव्ड वैक्सीन खरीदे. साथ ही 17.5 वर्ष के ऊपर के छात्रों को कोवैक्सीन और कोविशील्ड दी जा सकती है या नहीं, इसको लेकर एक्सपर्ट्स की राय लें. साथ ही कहा कि यदि यह दोनों विकल्प संभव नहीं है तो फिलहाल परीक्षा रद्द कर दी जाए.
वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को लिखे अपने पत्र में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि 12वीं की परीक्षा के संदर्भ में कोई निर्णय लेना आसान नहीं होगा, क्योंकि आज भी हर रोज करीब 2.5 लाख कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. साथ ही तीसरी स्ट्रेन आने का भी खतरा है,जो बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है. ऐसे में परीक्षा का आयोजन छात्रों की जिंदगी जोखिम में डालना होगा.
बिना वैक्सीन छात्र को परीक्षा के लिए न बुलाएं
वहीं मनीष सिसोदिया ने कहा है कि बिना वैक्सीन के छात्रों को किसी भी परीक्षा के लिए न बुलाया जाए. उन्होंने कहा कि यदि फिर भी परीक्षा आयोजित करायी जाती है, तो उसके लिए भी दो सुझाव दिए हैं. पहला यह कि भारत सरकार एक्सपर्ट की यह राय ले कि भारत में बनी जो कोवैक्सीन और कोविशील्ड 18-44 वर्ष की आयु के लोगों को दी जा रही है, वह 17.5 वर्ष के छात्रों को दी जा सकती है या नहीं. साथ ही कहा है कि केंद्र सरकार फाइजर कंपनी से तुरंत बात करे और उनसे 12 वर्ष से अधिक आयु वाले बच्चों के लिए एप्रूव्ड वैक्सीन भारत लाएं.