नई दिल्ली: जाफराबाद में पांच जून की रात हुई फायरिंग में क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर हाशिम बाबा गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनसे पांच पिस्तौल और 15 कारतूस बरामद किया है. इस मामले में शामिल दो और बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही है. दरअसल, हाशिम बाबा के कहने पर इन लोगों ने प्रतिद्वंदी छेनू गैंग के बदमाश अरबाज पर हमला किया था. इस हमले में पांच लोग घायल हुए थे. फिलहाल सभी घायलों का इलाज चल रहा है. जांच में पुलिस को पता चला है कि हाशिम बाबा गिरोह ने यह हमला विरोधी गिरोह को खत्म करने के लिए कराया था.
दरअसल, यमुना पार में हाशिम बाबा और छेनू गैंग में पुरानी दुश्मनी चल रही है. इलाके में होने वाली सट्टेबाजी और उगाही को लेकर दोनों गैंग अक्सर भिड़ते रहते हैं. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान चौहान बांगड़ निवासी गोश्त भिंडी, जाफराबाद निवासी अनस इकबाल, उस्मानपुर निवासी सहबेद, यूपी के बिजनौर निवासी शहजाद के रूप में हुई है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि हाशिम बाबा ने मंडोली जेल में बंद अपने खास बदमाश शाहिद चप्पल को छेनू गैंग के गुर्गों को निपटाने की जिम्मदारी सौंपी थी. शाहिद चप्पल ने जेल से ही एक बदमाश से फोन पर बात की और चार बदमाशों का इंतजाम किया. जांच में पता चला है कि पकड़े गए सभी आरोपी पहली बार अपराध में शामिल हुए हैं.
यमुनापार इलाके के वेलकम इलाके में चल रहे सट्टे का पैसा छेनू गिरोह के संरक्षण में अरबाज एकत्र करता था. इसलिए हाशिम बाबा को ऐसा लगता था कि उसका नुकसान हो रहा है. इसलिए उसने अरबाज को ठिकाने लगाने के लिए यह हमला करवाया. अरबाज जाफराबाद इलाके में रहता है. जिस वक्त हमला किया गया उस दौरान अरबाज अपने भाई और दोस्तों को साथ था. इस हमले में समीर खोपड़, अरबाज और हमजा घायल हो गए.