नई दिल्ली: मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को संगम विहार में एक नए स्कूल का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर का सम्मान केवल माला चढ़ाकर नहीं होगा. अगर अपने परिवार को, समाज को, मुल्क को आगे बढ़ाना है तो बच्चों को पढ़ाना पड़ेगा. वो भी गरीबी में जिए थे. उन्होंने पढ़ाई की, इसलिए आगे चलकर इतने बड़े आदमी बने.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मेरी जिम्मेदारी है, गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा देना. मैंने जैसी शिक्षा अपने बच्चों को दी है, उससे अच्छी शिक्षा आपके बच्चों को दिलवाऊंगा. आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चे नीट, जेईई पास कर डॉक्टर बन रहे हैं. हमारे बीच बहुत लोग गरीब परिवार से आते हैं, कोई इलेक्ट्रिशियन कोई प्लंबर तो मजदूर है. मां-बाप की कमाई के बावजूद गुजारा नहीं होता. ऐसे में छोटे-छोटे प्राइवेट स्कूलों ने फीस बढ़ा दी, और आम आदमी बच्चे को पढ़ाने लायक नहीं बचा. स्कूल प्रांगण में लगी बाबा साहेब की प्रतिमा यहां बच्चों को हमेशा देश सेवा की प्रेरणा देती रहेगी.
क्या बोलीं शिक्षा मंत्री: शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि पहले लोगों के लिए बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजना मजबूरी होती थी. दिल्ली की खुशकिस्मती थी कि केजरीवाल मुख्यमंत्री बने. उन्होंने ठान लिया कि चाहे गरीब का बच्चा हो या अमीर का सभी को अच्छी शिक्षा मिलेगी. गरीब बच्चे की मजबूरी नहीं होनी चाहिए कि उसे किसी दुकान में बैठना पड़ेगा. आज वो भी डॉक्टर इंजिनियर बन सकता है.