नई दिल्ली: राजनीति में कौन कब दुश्मन बन जाए और कब दोस्त, कहा नहीं जा सकता. उदाहरण के लिए रविवार को ही महाराष्ट्र में देख लीजिए. एनसीपी नेता अजीत पवार ने भाजपा और एकनाथ शिंदे की गठबंधन वाली सरकार को समर्थन दे दिया. अजीत पवार ने राजभवन में बतौर डिप्टी सीएम शपथ ली. उनके साथ अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. इस पूरे घटनाक्रम के बाद देश के तमाम नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें भाजपा निशाने पर रही. ऐसे आम आदमी पार्टी ने भी निशाना साधा.
अरविंद केजरीवाल ने साधा निशाना:दरअसल, महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि कल तक जिनको भ्रष्टाचारी बोलते थे, उन पर सीबीआई और ईडी की रेड करते थे, आज उन्हें अपनी सरकार में शामिल कर लिया? शर्म नहीं आयी प्रधानमंत्री जी? उन्होंने लिखा, एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ूंगा. उनका मतलब होता है सबको अपनी पार्टी में शामिल कर लूंगा.
AAP सांसद ने भी साधा निशाना:उनके अलावा AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस देश में भ्रष्टाचारी नेताओं को संरक्षण देने का काम भाजपा सरकार कर रही है. अभी जिस अजीत पवार को सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है, इन पर बीते दिनों पहले ही हजारों करोड़ों घोटालों का आरोप लगा था. छगन भुजबल, जिस पर सीबीआई और ईडी की रेड हुई, आज वह मंत्री पद की शपथ लेते हुआ दिखाई दिए.