नई दिल्ली:दिल्ली की नई आबकारी नीति और डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के घर CBI रेड पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच खींचतान जारी है. दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप लगाया जा रहा है. इससे दिल्ली का सियासी पारा गरमाया हुआ है. गुरुवार को आम आदमी पार्टी के विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री के घर पर हुई. इसमें CM अरविंद केजरीवाल ने सभी विधायकों से संवाद किया और ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा की. फिर मुख्यमंत्री समेत आप के सभी विधायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर प्रार्थना करने गए.
वहां मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अभी हमलोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करके आ रहे हैं. हमने कुछ देर वहां पर प्रार्थना भी की. इसमें हमने देश में जो भी हालात बने हुए हैं वह ठीक हो जाए, उनमें सुधार आ जाए, देश की सुख-शांति और तरक्की के लिए प्रार्थना की है.
बता दें, बीते दिन (बुधवार) केजरीवाल के घर पर आप पीएसी कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें बीजेपी द्वारा आप विधायकों की खरीद-फरोख्त के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया.
मुख्यमंत्री केजरीवाल का बीजेपी पर निशाना BJP पर साधा निशाना
केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'सिसोदिया के खिलाफ झूठी और फर्जी एफआईआर दर्ज कर सीबीआई ने उनके घर पर 14 घंटे तक रेड मारी. उनका पूरा दफ्तर छान मारा. सारी फाइलें चेक की, गद्दे तक चेक कर लिए, दीवारें भी खंगाल लीं, सब कुछ चेक किया गया. न कोई फाइल मिली, न जेवर मिले और न ही कोई दस्तावेज मिला. जब मनीष सिसोदिया के घर पर रेड पड़ी तो हम यह सोचते रहे कि आखिर रेड क्यों पड़ी. वह तो देशभक्त और बेहद ईमानदार है. उन्होंने जितना देश के बच्चों और शिक्षा के क्षेत्र में किया है, उतना काम किसी ने भी नहीं किया. लेकिन रेड का तब समझ में आया जब इन लोगों ने बाद में संदेश भेजा मनीष सिसोदिया को अरविंद केजरीवाल को छोड़ दीजिए. आम आदमी पार्टी को छोड़ दो, आप को तोड़कर हमारे आ जाओ और कुछ विधायक भी अपने साथ ले आओ. हम केजरीवाल की सरकार गिराकर आपको दिल्ली का मुख्यमंत्री बना देंगे, साथ ही सीबीआई और ईडी के सारे केस भी खत्म कर दिए जाएंगे.'
केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि मैंने पिछले जन्म में कुछ पुण्य किये होंगे जो मुझे मनीष सिसोदिया जैसे साथी मिले. जिन्होंने मुख्यमंत्री बनने का ऑफर तक मेरे लिए ठुकरा दिया. जिसके बाद अब हमारे विधायकों को टारगेट किए जाने की कोशिश हो रही है. एक-एक विधायक को 20-20 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है. ₹20 करोड़ लेकर आप अरविंद केजरीवाल की सरकार छोड़ दो. लेकिन मुझे बेहद खुशी है कि इतने बड़े लालच के बावजूद एक भी एमएलए अभी तक नहीं टूटा और वह हमारे साथ हैं. इनका टारगेट आम आदमी पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ने का है. 40 विधायक तोड़कर यह आप की सरकार को गिराना चाहते हैं. लेकिन मैं दिल्ली की जनता को कहना चाहता हूं, आपने कट्टर ईमानदार पार्टी और ईमानदार लोगों को वोट दिया है. मैं मेरे मंत्री और मेरे विधायक हम कट जाएंगे लेकिन देश ओर जनता साथ दगा और बेईमानी नहीं करेंगे."
"आज देश में जिस तरह का माहौल चल रहा है एक के बाद एक राज्यों के अंदर सरकारें गिराने का पहले कर्नाटका में गिरा दी, फिर महाराष्ट्र में गिरा दी, मध्यप्रदेश में गिरा दी, गोवा में गिरा दी, ये झारखंड की सरकार गिराने जा रहे हैं. बिहार के अंदर क्या कुछ हो रहा है यह हम सब देख रहे हैं. यह अच्छा थोड़ी है यह हमसे लड़ रहे हैं हमसे क्यों लड़ रहे हैं. सारा देश मिलकर चलेगा तो आगे बढ़ेगा न, पहले भी जिन चार विधायकों को कॉन्टेक्ट किया था उनका नाम बता दिए गए हैं और आगे भी बता दिए जाएंगे. आज 8 विधायकों को कॉन्टेक्ट किया है." शराब घोटाले को लेकर अरविंद केजरीवाल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बुधवार को मैंने देखा पूर्वी दिल्ली के क्षेत्र में बीजेपी के द्वारा प्रोटेस्ट किया जाता है. डेढ़ लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का बैनर लगाया गया था. यह आज डेढ़ लाख करोड़ रुपये तो दिल्ली का बजट ही नहीं है तो इतना बड़ा घोटाला कैसे हो सकता है. दिल्ली का बजट में 70,000 करोड़ रुपये है फिर मैंने देखा सभा में एक व्यक्ति खड़ा हुआ और उसने पूछा घोटाला क्या हुआ है उसके सवाल पर बीजेपी की नेता एक दूसरे की शक्ल देख रहे थे. जिसके बाद मैंने देखा इनका एक बड़ा नेता टीवी की डिबेट में आठ हजार करोड़ के बड़े घोटाला बता रहा था. पहले बोले डेढ़ लाख करोड़ का घोटाला फिर बोले आठ हजार करोड़ का घोटाला फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहते हैं 1100 सौ करोड़ का घोटाला है. सीबीआई के द्वारा जो FIR दर्ज की थी उसमें एक करोड़ रुपये के घोटाले की बात है. वहीं एलजी साहब ने एक रिपोर्ट बनाई है जिसमें 144 करोड़ रुपये के घोटाले की बात है. लेकिन किसी को भी नहीं पता आखिर घोटाला हुआ कितने का हुआ है या फिर हुआ भी है या नहीं. यह सब बकवास है घोटाला ऑपरेशन लोटस का है. एक एक विधायक को 20 20 करोड़ रुपये की रिश्वत दी जा रही है. बीजेपी का प्लान आप के 40 विधायकों को तोड़कर अपनी तरफ लाने का है. 800 करोड़ रुपये की बड़ी राशि बीजेपी ने इसके लिए इंतजाम कर रखी है. यह पैसे कहां है? किसके पास है? किसके पैसे हैं? जीएसटी का पैसा है या पीएम केयर फंड का इसको लेकर दिल्ली की जनता सवाल पूछ रही है.
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