नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली, हरियाणा या देश के लोगों को यह देखकर कोई आश्चर्य नहीं है कि नूंह दंगों का मुख्य दोषी मोहम्मद जावेद आम आदमी पार्टी से जुड़ा है, क्योंकि उन्होंने AAP नेताओं को पहले भी दंगों में शामिल होते देखा है. नूंह दंगों में AAP नेता की भूमिका या पहले कुछ अन्य आप नेताओं की गुरुग्राम और दिल्ली में दंगों में संलिप्तता पर कांग्रेस पार्टी की चुप्पी आश्चर्य की बात है. यह चुप्पी सहमति से बनी लगती है, क्योंकि आप भी 1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल जगदीश टाइटलर जैसे कांग्रेस नेताओं पर चुप है.
उन्होंने कहा कि लोगों ने बार-बार देखा है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता अराजकता फैलाने में शामिल रहे हैं. 2020 में देश ने आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों में दंगाइयों का नेतृत्व करते देखा गया था. वहीं, 2022 में दिल्लीवासियों ने आप समर्थक मोहम्मद अंसार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में दंगों का नेतृत्व करते देखा गया.
इसके अलावा 2016 में गुरुग्राम में आप नेता निशा सिंह ने पुलिसवालों पर भीड़ को हमले के लिए उकसाया था और आज जेल में हैं. इसी तरह आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी और संजीव झा को पुलिस स्टेशन पर हमले के एक मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराते हुए देखा गया. आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस का कोई भी नेता दिल्ली, गुरुग्राम और नूंह में दंगों में शामिल आप नेताओं की निंदा करने के लिए कभी आगे नहीं आया.