नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी के जिला अध्यक्षों को लेकर रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी हो गई. पार्टी ने जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए पर्यवेक्षकों को जो जिम्मेदारी दी थी, उनकी भूमिका अब खत्म हो गई. सोमवार देर शाम तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चली. जिसमें राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, महिला मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहाटकर, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन ने सभी 42 प्रशिक्षकों से संवाद किया.
पर्यवेक्षकों की भूमिका दिल्ली बीजेपी में हुई खत्म
लिखित रिपोर्ट का इंतजार
इस दौरान सभी ने सौंपी गई जिम्मेदारी के बारे में जानकारी दी. बताया गया है कि लगभग सभी पर्यवेक्षक अपना काम पूरा कर चुके हैं. लेकिन लिखित रिपोर्ट आनी बाकी है. इसके लिए उन्हें रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय में जमा करने को कहा गया है.
प्रत्येक जिले के लिए 6-12 नाम
चर्चा है कि सभी 14 जिला में प्रत्येक जिले से 6 से 12 लोगों के नाम जिलाध्यक्ष के लिए रायशुमारी में सामने आए हैं. बताया गया है कि पार्टी जिला अध्यक्ष के लिए न केवल जातीय समीकरण बल्कि लॉकडाउन और उससे पूर्व लोकसभा व विधानसभा में पार्टी के लिए काम करने वालों की सक्रियता को भी पूरी तवज्जो दी गई है. वही पार्टी विरोधी गतिविधि वाले भी निगाह में है. इस दौर में कई पूर्व जिला अध्यक्ष इंतज़ार में हैं कि उन्हें दोबारा से मौका मिल जाए. लेकिन उनके बारे में उनके जिला से क्या रिपोर्ट आई है या तो आगे तय होगा.
सबकी रायशुमारी
बताया जा रहा है कि जिले में सांसद, विधायक, जिला अध्यक्ष, महामंत्री, पूर्व जिला अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के अलावा नगर निगम में मेयर, डिप्टी मेयर, नेता सदन और अन्य प्रमुख से भी चर्चा करने को कहा गया है. इस प्रकार संगठन में सभी की रायशुमारी को लेकर आगे बढ़ना चाहता है. जिला अध्यक्षों के रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही अब प्रदेश की टीम बनाने को लेकर सक्रियता अभी आने वाले दिनों में बढ़ जाएगी.
बता दें कि दिल्ली बीजेपी ने 14 जिलों के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पिछले दिनों 42 पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे. प्रत्येक जिले के लिए 3-3 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए थे और उनसे प्रस्तावित नामों की सूची मांगी गई थी.