नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली विधानसभा में पेश साल 2020-21 के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली का बजट दिशाहीन, निराशाजनक और आंकड़ों की बाजीगरी है. दिल्ली के लोगों को बजट से बहुत उम्मीदें थी. लेकिन एक बार फिर केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया है.
मनोज तिवारी ने दी बजट पर प्रतिक्रिया 'दिल्ली सरकार ने दिखाए लोगों को सपने'मनोज तिवारी ने कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों को बस सपने ही दिखाए हैं. इस बजट के माध्यम से किसी भी नई योजना को पेश नहीं किया है.
'बजट में विकास को प्राथमिकता नहीं'मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार के लिए दिल्ली का विकास कभी प्राथमिकता थी ही नहीं. बजट पेश होने के बाद ये साबित भी हो गया. नए स्कूल, नए कॉलेज, नए हॉस्पिटल, नई बसें, फ्री वाईफाई की बात तो, दिल्ली सरकार पिछले 5 सालों से करती आ रही है. लेकिन आज तक जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया गया.
'निगम के साथ सौतेला व्यवहार'दिल्ली बजट 2020-21 से ये उम्मीद थी कि जिस तरह से अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा की परवाह किए बगैर निगम कर्मचारी कोरोना को महामारी के समय में दिल्ली को साफ और स्वच्छ रखने के लिए काम कर रहे हैं, उसे देखते हुए दिल्ली सरकार नगर निगम को सुदृढ़ करने के लिए अधिक फंड मुहैया करवाएगी. लेकिन आज उसमें भी निराशा ही हाथ लगी है.बता दें कि दिल्ली सरकार पर बीजेपी पहले भी आरोप लगाती रही कि वो नगर निगम के साथ सौतेला व्यवहार करती है. पिछले वर्ष दिल्ली सरकार ने 6000 करोड़ रुपये निगम को दिए थे तो इस बार भी उतना ही आवंटित किया है.