नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 12 साल की बच्ची से हुए बलात्कार मामले में दिल्ली महिला आयोग ने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है, जिसको लेकर आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है. आयोग का कहना है कि बच्ची के साथ बलात्कार किया गया लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने दर्ज की गई FIR में बलात्कार की धाराओं को ही नहीं जोड़ा है.
दिल्ली महिला आयोग ने बताया कि पीड़ित बच्ची इस वक्त दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. यह घटना 15 अक्टूबर की है जब बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी एक 45 वर्षीय युवक ने घर के अंदर ले जाकर उसके साथ बेरहमी से दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं उसने बच्ची पर चाकू से हमला भी किया, उसकी गला घोंटकर हत्या करने की कोशिश की और मौके से फरार हो गया. पीड़ित बच्ची की पांच साल की बहन ने इस पूरी घटना को अपनी आंखों से देखा.
DCW ने योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र बच्चे के माता-पिता खेत में काम करते हैं और वह दोनों जब घर से बाहर थे तभी 45 वर्षीय आरोपी वहां आया और बच्ची के साथ इस घटना को अंजाम दिया और जब माता-पिता को इस घटना के बारे में पता लगा, तो वह तुरंत बुलंदशहर के एक नजदीकी अस्पताल में बच्ची को इलाज के लिए ले गए, जहां से उसे मेरठ के सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन वहां पर भी पर्याप्त इलाज ना मिलने पर उसे दिल्ली लाना पड़ा, जहां दिल्ली के एक अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया.
DCW चीफ ने सीएम योगी को लिखा पत्र
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DCW ने बताया कि इस मामले को लेकर यूपी के अहमदगढ़ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है, लेकिन मामले में बलात्कार से संबंधित धाराओं को नहीं जोड़ा गया है. इसके बाद DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने यूपी के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
साथ ही स्वाति मालीवाल ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद और सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की है. आयोग की मांग है कि इस मामले में सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा सुनाई जा सके.
DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अस्पताल में जाकर पीड़ित बच्ची का हालचाल जाना, जिसको लेकर डॉक्टरों से बात की तो उनका कहना है कि बच्ची के शरीर पर कई गंभीर चोटें हैं. उसके दिमाग में भी चोटें आई हैं. बच्ची की हालत गंभीर है और उसका इलाज जारी है.
स्वाति मालीवाल का कहना है कि केंद्र सरकार क्यों नहीं 6 महीने के भीतर बलात्कारियों को सख्त से सख्त सजा देने के लिए सिस्टम बनाती है, ताकि ऐसे आरोपियों को बिल्कुल भी बख्शा ना जाए साथियों ने बताया कि आयोग की टीम बच्ची के पीड़ित परिवार के संपर्क में है और लगातार उन्हें हर तरीके से सहायता दिए जाने को लेकर काम कर रही है.