नई दिल्ली:नाबालिग बच्ची के यौन शोषण के आरोपी अफसर और उसकी पत्नी को जेल भेज दिया गया और बच्ची को सेंट स्टीफेंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिल्ली महिला आयोग (DWC) की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल सोमवार दोपहर 12 बजे से बच्ची से मिलने गईं और न मिलने देने पर वहीं धरने पर बैठ गईं. उन्होंने सारी रात सेंट स्टीफेंस अस्पताल के बाहर जमीन में चादर बिछाकर सोईं. सुबह उठकर स्वाति ने 'X' पर लिखा, कल दोपहर 12 बजे से मैं पीड़िता बच्ची या उसके परिवार से मिलने के लिए अस्पताल के बाहर बैठी हूं. रात को अस्पताल के बाहर ही सोई. NCPCR को लड़की की मां से मिलवा सकते हैं, तो मुझे क्यों रोकने के लिए बोला गया है? क्या छुपाने की कोशिश है? मालीवाल ने सुबह के कुछ विडियो और तस्वीरें शेयर की हैं. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे वह वहां से चली गई.
स्वाति मालीवाल कहती हैं कि दिल्ली पुलिस इस लेवल की गुंडागर्दी पर क्यों उतर आई है? यह समझ से परे है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, डीसीपी और एसीपी ने साफ मना किया है कि स्वाति बिल्डिंग के अंदर नहीं जाएगी. ऐसा क्यों कर रहे हैं? जब 8 महीने की बच्ची, 1 साल की बच्ची या 90 साल की महिला के साथ रेप हुआ, तो दिल्ली महिला आयोग वहां था. मैं जानना चाहती हूं कि क्या लड़की की स्थिति ठीक है? उस पर कोई दबाव तो नहीं बनाया जा रहा है.
उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस की कार्यशैली को लेकर कई सवाल हैं. समझना चाहती हैं कि लड़की किसी दबाव में तो नहीं है. दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी नहीं बताते कि मैं क्यों नहीं मिल सकती? अगर, लड़की की तबीयत खराब है, तो उसकी मां से मिल सकते हैं. हम पीड़िता की मदद करना चाहते हैं. प्रेशर बनने पर आरोपी को अरेस्ट किया है. दिल्ली पुलिस को भी नोटिस किया है. स्वाति ने रात में साफ कर दिया कि जब तक पीड़िता या उसकी मां से मिलने नहीं देंगे, तब तक धरने पर बैठेंगी. क्या केस रफा-दफा करने की कोशिश है?