नई दिल्ली: राजधानी में बढ़ते साइबर अपराध (Cyber Crime) के मामलों पर नकेल कसने के लिए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) एक विस्तृत कार्य योजना बनाने पर विचार कर रही है. इस योजना के अंतर्गत दिल्ली पुलिस के हर जिले में साइबर एक्सपर्ट (Cyber Experts) की तैनाती हो सकती है. इस संबंध में प्रस्ताव बनाने पर चर्चा हो सकती है, जिसके बाद सभी जिलों में साइबर एक्सपर्ट तैनात किए जाएंगे.
मीटिंग में कमिश्नर ने किया था जिक्र
गौरतलब है कि अभी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में साइबर एक्सपर्ट (Cyber Experts) की कोई पोस्ट नहीं है. साइबर क्राइम (Cyber Crime) से संबंधित मामलों की जांच ऐसे पुलिसकर्मियों के हाथ में है, जिनकी पोस्टिंग कभी थानों में होती है तो कभी दूसरे यूनिट में. कुछ जिलों में ही ऐसे पुलिसकर्मी तैनात हैं जो साइबर मामलों के एक्सपर्ट हैं. दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कमिश्नर के साथ हुई मीटिंग के दौरान सभी जिलों के डीसीपी को यह निर्देश दिए गए कि साइबर अपराध से जुड़े मामलों का त्वरित गति से निपटाए जाएं.
दिल्ली में अब रुकेगा साइबर क्राइम साइबर क्राइम (Cyber Crime) से जुड़े मामलों के निष्पादन के लिए सभी डीसीपी को एक सप्ताह का समय दिया गया है. यानी शिकायत दर्ज होने के एक सप्ताह के अंदर मामलों का निस्तारण होना चाहिए. साइबर अपराध से जुड़े मामलों के निस्तारण पर नजर रखने के लिए सभी जोन के स्पेशल सीपी को निर्देश दिए गए हैं.
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साइबर सेल के साथ बनाएंगे तालमेल
दिल्ली के प्रत्येक पुलिस जिले में एक साइबर सेल स्थापित है, जहां साइबर क्राइम से जुड़े मामलों का निस्तारण किया जाता है. इसके साथ ही साइबर क्राइम से जुड़े बड़े मामलों की जांच के लिए अलग से साइबर सेल विभाग भी है. ऐसे में कमिश्नर की तरफ से सभी जिलों के डीसीपी को यह निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिले के साइबर सेल साइबर यूनिट से तालमेल बनाकर काम करें ताकि साइबर अपराध पर लगाम लगाई जा सके.
लॉकडाउन में साइबर अपराध पर पुलिस ने कसी नकेल
गौरतलब है कि अप्रैल और मई में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस के पास ठगी के 700 से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से ज्यादातर मामले साइबर क्राइम से जुड़े थे. जिलों की साइबर सेल और साइबर यूनिट के बीच बेहतर तालमेल का ही परिणाम है कि ठगी के दर्ज 700 मामलों में से 500 मामलों में FIR दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. 2020 में भी पुलिस को साइबर क्राइम की जितनी शिकायत मिली थी, उनमें से 62 फीसदी शिकायत पैसों को लेकर थी.
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रिटायर्ड अधिकारी ने बताया स्वागत योग्य फैसला
पुलिस मामलों के जानकार और रिटायर्ड एसीपी वेदभूषण का इस पूरे मामले पर कहना है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) द्वारा उठाया गया कदम स्वागत योग्य है. पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन साइबर एक्सपर्ट के न होने के कारण कई मामलों की जांच में पुलिस को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सभी जिलों में होने जा रही साइबर एक्सपर्ट के नियुक्ति से साइबर अपराध से जुड़े मामलों के निस्तारण में भी तेजी आएगी. यह फैसला भी काफी हद तक उचित है कि साइबर एक्सपर्ट को एक ही जिले में लंबे समय तक रखा जाएगा ताकि कोई जांच प्रभावित न हो.