नई दिल्ली: राजधानी में तीन साल से लापता किशोर को 72 घंटे के भीतर क्राइम ब्रांच ने जयपुर से बरामद कर लिया. बता दें कि शाहबाद डेरी इलाके में रहने वाले एक किशोर को वर्ष 2016 में अगवा कर लिया गया था.
3 साल तक लोकल पुलिस आरोपी को तलाशती रही, लेकिन वह नहीं मिला. इस मामले की जांच पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच को सौंपी तो महज 3 दिनों के भीतर क्राइम ब्रांच ने किशोर को जयपुर से बरामद कर लिया, साथ ही उसे अगवा करने वाले पहलवान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
काफी तलाश के बाद भी नहीं मिला था बच्चा
डीसीपी जॉय टर्की के अनुसार शिकायतकर्ता ने 30 नवंबर 2016 को शाहबाद डेरी इलाके से अपने13 वर्षीय भतीजे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि वह शाहबाद डेरी स्थित छोटू राम अखाड़े में पहलवानी करता था.
वह11 माह से उसी अखाड़े में रहता था. इस बाबत शाहबाद डेरी पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था. परिजनों ने सोनीपत निवासी 22 वर्षीय पहलवान दिनेश पर अपहरण का शक जताया था. इस मामले में पुलिस ने बच्चे की काफी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला.
क्राइम ब्रांच को दी गई जिम्मेदारी
बता दें कि बच्चे का सुराग नहीं मिलने के चलते पुलिस की तरफ से इस बारे में जानकारी देने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी. बीते 3 अप्रैल को पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के पास भेज दी और निर्देश दिए कि वह इस बच्चे की तलाश करें. इसे ध्यान में रखते हुए एसीपी सुरेंद्र कुमार गुलिया की देखरेख में इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार की टीम ने इस बच्चे की तलाश शुरू की.
आरोपी गिरफ्तार
बीते 4 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि बच्चा जयपुर में है. इस जानकारी पर शिकायतकर्ता को अपने साथ लेकर पुलिस टीम जयपुर पहुंची. वहां पर कांति नगर में बच्चा मिल गया. उसके साथ मौजूद आरोपी दिनेश को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया. उसे दिल्ली की एक अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
बच्चे को अखाड़े से लेकर हुआ था फरार
पूछताछ में दिनेश ने पुलिस को बताया कि उसे गलत व्यवहार के चलते कोच ने अखाड़े से बाहर निकाल दिया था. इस अखाड़े में रहने के दौरान उसने बच्चे से काफी अच्छी दोस्ती कर ली थी. जब दिनेश को अखाड़े से निकाला गया तो वह बच्चे को अपने साथ ले गया. वह उसे लेकर हरियाणा, राजस्थान घूमता रहा और बाद में जयपुर जाकर रहने लगा. पुलिस टीम ने बच्चे को उसके परिवार को सौंप दिया है.