नई दिल्ली:एसी मैकेनिक की दुकान खोलकर हथियारों की सप्लाई करने वाले एक तस्कर को दो अन्य बदमाशों सहित क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी न केवल हथियारों की तस्करी करता था, बल्कि वाहन चोरी और लूट को भी अंजाम देता था. पुलिस ने इनके पास से तीन पिस्तौल, सात कट्टे और चोरी किये गए छह दुपहिये बरामद किए हैं.
पुलिस ने बरामद किए हथियार सूचना मिलने पर पुलिस ने बनाई टीम
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार स्ट्रीट क्राइम में अवैध हथियारों के इस्तेमाल को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम काम कर रही थी. इस दौरान एएसआई प्रियव्रत को सूचना मिली कि हथियारों के साथ दो युवक द्वारका इलाके में आएंगे. इस जानकारी पर एसीपी श्वेता चौहान की देखरेख में इंस्पेक्टर कैलाश चंद्र की टीम ने छापा मारकर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान गुरमीत और शहजाद अली के रूप में की गई. यहां गुरमीत हथियार शहजाद को देने आया था. इनके पास से 3 कट्टे और एक पिस्तौल बरामद हुआ है. इस बाबत आर्म्स एक्ट के मामला क्राइम ब्रांच ने दर्ज कर लिया. शहजाद के पास मौजूद बाइक भी चोरी की निकली.
हथियार देने वाला भी हुआ गिरफ्तार
पुलिस को गुरमीत ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी यशपाल से हथियार लेकर आता है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने छापा मारकर यशपाल को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास दो कट्टे और 10 जिंदा कारतूस बरामद हुए. उसकी निशानदेही पर दो अन्य कट्टे भी बरामद हुए. जबकि गुरमीत सिंह की निशानदेही पर क्राइम ब्रांच ने दो पिस्तौल बरामद की. पुलिस ने शहजाद और गुरमीत की निशानदेही पर एक स्कूटी और चार बाइक भी बरामद की है.
क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की तस्करी करने के मामले में बदमाशों को दबोचा एसी मैकेनिक की आड़ में हथियार तस्करी
गुरमीत को पहली बार गिरफ्तार किया गया है. उसने पुलिस को बताया कि वह एसी मैकेनिक है. उसने इस काम के लिए दुकान भी खोल रखी है, लेकिन इसकी आड़ में वह हथियारों की तस्करी कर रहा था.
एसी मैकेनिक के काम की वजह से कोई उस पर शक नहीं करता था. उसने पुलिस को बताया कि यशपाल से पांच हजार रुपये का कट्टा लेकर वह उसे 20 हजार रुपये में बेचता था. वहीं ऑटोमेटिक पिस्तौल को दस हजार रुपये में खरीदकर 45 हजार रुपये में बेचता था.
चोरी की बाइक पर करते थे लूटपाट
शहजाद उर्फ मुल्ला ने पुलिस को बताया कि वह पहले बाइक चोरी करता है और फिर उस पर सवार होकर लूट की वारदातों को अंजाम देता है. उसके खिलाफ पहले से 22 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं.
शहजाद को वर्ष 2015 में क्राइम ब्रांच ने वाहन चोरी के 15 मामलों में गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे यूपी पुलिस ने वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था. चोरी के एक मामले में बीते मार्च माह में शहजाद को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था. पुराने चोरी के मामलों में वह अदालत के समक्ष पेश नहीं हो रहा था और उसे भगोड़ा घोषित करने की कार्यवाही अदालत द्वारा शुरू की जा चुकी थी.