नई दिल्ली : दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण (Pollution in Delhi NCR) के चलते बिगड़े हालात को देख निर्माण कार्य से जुड़ी गतिविधियों (construction work in delhi) पर रोक लगा दी गयी है. यहां ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज तीन लागू कर दिया गया है. दिल्ली में हवा का AQI गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. हालांकि, आवश्यक निर्माण कार्य पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा. सेंट्रल विस्टा, मेट्रो आदि के निर्माण कार्य जारी रहेगा. एनसीआर मे ईंट-भट्टे, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर साइट, खनन का काम बंद होगा.Body:
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने शनिवार शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली के अंदर बढ़ते प्रदूषण को रोकने के दिल्ली सरकार बहुत सारे कदम उठा रही है. दिल्ली सरकार ने दिल्ली के अंदर ग्रेप सिस्टम को लागू किया है और एंटी डस्ट कैम्पेन चलाया जा रहा है. बायोमास वर्निग को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं और पराली से निपटने के लिए बायो डी-कम्पोजर का छिड़काव किया जा रहा है.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में वाहन प्रदूषण को रोकने के लिए पिछले दो सालों से 'रेड लाइट, आन गाड़ी आफ' अभियान चलाया जा रहा था. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस बार दिल्ली के उपराज्यपाल इस जन जागरूकता अभियान को किसी भी कीमत पर शुरू नहीं करने देना चाहते हैं. उपराज्यपाल दिल्ली के लोगों के सांसों के साथ राजनीति कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कल तारीखों का बहाना बनाया गया और कहा गया कि एक सप्ताह छुट्टीयां थीं. लेकिन एलजी साहब की मंसा तो इस अभियान को रोकने की थी. कल तक वे कह रहे थे कि इस फाइल में 31 अक्टूबर की तारीख लिखी हुई है. इसलिए फाइल अभी नहीं किया है, लेकिन आज उन्होंने फाइल वापस भेज दी और कहा है कि इसे फिर से सबमिट करिए. इसका सीधा सा मतलब है कि अब रेडलाईट आन गाड़ी आफ अभियान 31 तारीख से शुरू नहीं हो पाएगा. आज बहाना बनाया गया कि पिछले सालों में जब यह अभियान चलाया गया तब इस अभियान का क्या प्रभाव पड़ा, उसका अध्ययन नहीं कराया गया. जब दिल्ली सरकार ने इस अभियान को 2020 में पहली बार चलाया 21 अकटूबर से 21 नवंबर तक, 2021 में 18 अक्टूबर से 19 नवम्बर तक चलाया गया, तब सारी चीजों को समझकर ही इसको चलाया गया था.