नई दिल्ली:नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या गोली मारकर की गई थी. यह खुलासा शुक्रवार को अस्पताल में हुए पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट से हुआ है. इसमें पता चला है कि सिर में गोली मारकर त्रिलोचन सिंह की हत्या की गई है. वहीं हत्या का आरोप हरप्रीत सिंह घटना के बाद से ही फरार चल रहा है. उसके बारे में कोई महत्वपूर्ण इरपुट पुलिस को नहीं मिला है.
त्रिलोचन सिंह की हत्या के मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच को पता चला है कि वह बीते अगस्त माह में भी दिल्ली आए थे. उस समय भी हरमीत उनकी हत्या करने के इरादे से जम्मू से दिल्ली आया था. लेकिन उस समय हरमीत को ऐसा मौका नहीं मिला कि वह हत्या कर सके. इसलिए बाद में वह वापस लौट गया था. लेकिन बीते दो सितंबर को जब त्रिलोचन सिंह हरप्रीत सिंह के घर आये तो इस बार हरमीत को यह मौका मिल गया. मौके का फायदा उठाते हुए उसने सिर पर गोली मारकर त्रिलोचन सिंह की हत्या कर दी और फरार हो गया.
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छानबीन के दौरान पुलिस को यह भी पता चला है कि यह हत्या अचानक नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दी गई है. हरमीत ने पहले से यह तय कर रखा था कि वह त्रिलोचन सिंह को मारेगा. लेकिन जम्मू में उसके लिए ऐसा करना बेहद मुश्किल था. दरअसल त्रिलोचन सिंह का जम्मू में बड़ा कद था. उनके आसपास हमेशा उनके मित्र, समर्थक आदि लोगों का जमावड़ा रहता था. इसलिए हरमीत ने यह तय किया था कि वह दिल्ली में उनकी हत्या करेगा. दो सितंबर को अगर वह इस हत्या को अंजाम नहीं देता तो त्रिलोचन सिंह कनाडा चले जाते. इसलिए उसने दो सितंबर के दिन हत्या के लिए चुना था.