नई दिल्लीः UGC ने फैसला लिया है कि बी.ए. फाइनल ईयर की परीक्षा सितंबर महीने में होगी. जिस पर छात्र संगठन NSUI ने एतराज जताया है. NSUI ने मांग की है कि UGC द्वारा जो फैसला लिया गया है उसे वापस लिया जाए. NSUI ने कहा कि अभी देश में कोरोना महामारी चरम पर है और विश्व में हमारा देश तीसरे स्थान पर है. इस स्थिति में परीक्षा कराना सही नहीं है होगा.
UGC के निर्णय का NSUI ने किया विरोध, फैसला वापस लेने की मांग की - बी.ए. फाइनल ईयर
UGC ने बी.ए. फाइनल ईयर की परीक्षा सितंबर में कराने का फैसला लिया है. उसके बाद से हीं NSUI लगातार मांग करती आ रही है कि इस फैसले को वापस लिया जाए. वहीं NSUI मांग कांग्रेस ने भी समर्थन किया है.
NSUI ने कहा कि चूंकि परीक्षा देने के लिए छात्र अलग-अलग जगहों से आएंगे, जिससे महामारी फैलने का बहुत खतरा है. इसलिए इस फैसले को वापस लिया जाए और पहले टेस्ट के आधार पर छात्रों को प्रमोट किया जाए. वहीं कांग्रेस पार्टी ने NSUI के सुर में सुर मिलाई है. कांग्रेस नेता धर्मवीर सिंह ने कहा कि हम NSUI की मांगों का समर्थन करते हैं.
कांग्रेस ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से मांग कि है कि कोरोना महामारी के बीच किसी भी तरह की परीक्षा नहीं लिए जाएं. बल्कि छात्रों के पहले टेस्ट के आधार पर प्रमोट किया जाए और सभी छात्रों की 6 महीने की फीस भी माफ की जाए. क्योंकि लॉकडाउन के समय लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. ऐसे हालात में छात्रों के मां बाप फीस की रकम कहां से देंगे.