नई दिल्ली: कॉन्फ्लुएंस इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2019 ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. 43 से ज्यादा देशों की फिल्में इस समारोह में दिखाई गईं.
इसी कड़ी में शनिवार को दिल्ली में एक फेस्टिवल का आयोजन किया गया. जिसमें 43 देशों की चयनित 30 फिल्मों को दिखाया गया. इसके अलावा इसमें कई हस्तियों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया.
कॉन्स फिल्म फेस्टिवल का 70 साल पुराना रिकॉर्ड ब्रेक फिल्म फेस्टिवल की बात की जाए तो इसमें किसी एक देश की या दो से तीन देशों की फिल्मों को दिखाया जाता है. लेकिन कनफ्लुएंस इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-2019 में 43 से ज्यादा देशों की फिल्मों को दिखाया गया और इस में महत्वपूर्ण योगदान फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर राहुल खंडालकर ने दिया.
कॉन्स के बाद भारत को मिला यह सम्मान
इस पूरे विषय पर ईटीवी भारत ने राहुल खंडालकर से बात की उन्होंने बताया कि 70 साल पहले यह रिकॉर्ड कॉन्स फिल्म फेस्टिवल के पास था. जिसमें 29 देशों की फिल्मों को दिखाया गया था.
30 फिल्मों को सिलेक्ट किया गया. अब 70 साल बाद कनफ्लुएंस इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने ये रिकॉर्ड अपने नाम किया है. जिसमें 43 से ज्यादा देशों की फिल्मों को दिखाया गया है. अपने आप में एक बहुत बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड का समर्थन
राहुल खंडालकर ने बताया कि इस फेस्टिवल को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड ने भी अपना समर्थन दिया है.
फिल्म फेस्टिवल में 43 देशों ने हिस्सा लिया 18 फिल्मों को मिलेगा सम्मान
राहुल ने बताया कि इस फेस्टिवल के दौरान 43 देशों की 300 फिल्में आई थी. जिसमें से उन्होंने 30 फिल्मों को सिलेक्ट किया और इन फिल्मों को इस फेस्टिवल में दिखाया गया. जिसमें से 18 फिल्मों को अवार्ड देकर सम्मानित भी किया गया.
अवार्ड में एक लाख रुपए की धनराशि
इस फेस्टिवल के डायरेक्टर राहुल खंडालकर ने बताया की इस फेस्टिवल में जिन 18 फिल्मों को अवार्ड दिया गया. उन्हें 1 लाख रुपए की धनराशि एक ट्रॉफी और इंटरनेशनल सर्टिफिकेट दिया गया है.
फिल्मों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया छात्रों के लिए चलाएंगे वर्कशॉप
इसके अलावा राहुल खंडालकर का कहना था कि हम इस सम्मान को आगे तक लेकर जाएंगे और लोगों तक पहुंचाएंगे. इसके लिए वह वर्कशॉप का आयोजन करेंगे जिसमें कई छात्र आकर फिल्म से जुड़ी जानकारियां हासिल कर पाएंगे.