नई दिल्ली:23 नवंबर से देशभर में शादियों का सीजन शुरू हो रहा है. इसके मद्देनजर बाजार में व्यापारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. शादी का सीजन शुरू होने से पहले कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) हर वर्ष त्योहारों और शादियों से पहले होने वाली बिक्री का आंकड़ा पेश करता है. 'ETV भारत' ने CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल से विस्तृत बातचीत की और जाना कि इस साल व्यापारी शादियों के सीजन से क्या उम्मीद कर रहे हैं.
सवाल:इस बार शादी के सीजन में कितना व्यापार होने की उम्मीद है?
जवाब:देश का व्यापारी समुदाय 23 नवंबर से शुरू होने वाले शादी के सीजन में उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है. उम्मीद है कि आगामी शादी का सीजन, जो 23 नवम्बर से शुरू हो रहा है, उसमें देश भर में लगभग 38 लाख शादियां होंगी. इनके जरिए देश के मेनलाइन रिटेल व्यापार में वस्तुओं और सेवाओं को मिलाकर लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने की संभावना है. पिछले साल इसी अवधि में लगभग 32 लाख शादियां हुई थी और लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था.
सवाल:उपरोक्त आंकड़ों को एकत्र करने की क्या प्रक्रिया है?
जवाब:कैट द्वारा विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों को प्रमुख वितरण केंद्र के रूप में चयनित किया गया है. इसमें प्रमुख व्यापारी संगठनों के सदस्यों से चर्चा की जाती है. वह अपने ग्राहकों से बात करते हैं और इसके आधार पर ही आंकड़ों जारी किए जाते हैं. इस सीजन में लगभग 38 लाख शादियां होने की संभावना है. लोगों द्वारा शादी की खरीदारी और शादी हेतु विभिन्न सेवाएं प्राप्त करने के माध्यम से लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है.
सवाल: शादियों में किस तरह के सामान की बिक्री होने का अनुमान है?
जवाब:एक विवाह में आम तौर पर 50% व्यय सामान की खरीद पर और 50% सेवाओं की खरीद पर किया जाता है. एक नजर में, माल क्षेत्र में व्यापार का अनुमानित प्रतिशत होता है. कपड़ा, साड़ी, लहंगा और गारमेंट्स में 10%, आभूषण में 15%, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और उपभोक्ता वस्तुओं में 5%,ड्राई फ्रूट, फलों मिठाई और नमकीन में 5%, खाद्यान्न, किराना और सब्जियों में 5%, उपहार वस्तुओं में 4% और बाकी 6% अन्य विविध वस्तुओं में व्यापार की संभावना है.