नई दिल्ली:मॉनसून ने भले गर्मी से राहत दिला दिलाई हो लेकिन अब यह हर आदमी के जेब पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. इसके चलते दिल्ली में पिछले महीने तक 20 रुपए किलो मिलने वाला टमाटर मॉनसून की दस्तक के साथ 80 से 100 रुपए किलो हो गया है. इतना ही नहीं टमाटर की कीमतों पर महंगाई की मार ने रसोईं का बजट बिगाड़ दिया है. वहीं, भिंडी, प्याज और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं, जो हर घर में रोजाना खाने में इस्तेमाल होते हैं. इसके अलावा अदरक भी बाजार में 400 रुपए किलो बिक रहा है.
इसपर ईटीवी भारत ने कुछ गृहणियों से जाना की वह फिलहाल घर का बजट कैसे मैनेज कर रही हैं. इसके अलावा घर में बनने वाली सब्जियों में टमाटर की जगह कौन से विकल्पों का इस्तेमाल करती हैं. इस पर वेस्ट दिल्ली में रहने वाली गुरमीत भंगा ने बताया कि टमाटर महंगा होने से काफी दिक्कत हो रही है. हर सब्जी में टमाटर पड़ता है. कुछ सब्जियों में टमाटर की जगह इमली डाली जा सकती है, लेकिन इससे वह स्वाद नहीं आता जो टमाटर से आता है. उन्होंने बताया कि मॉनसून से कारण हर सब्जी का दाम बढ़ जाता है, जिससे रसोई का बजट पूरी तरह से डगमगा जाता है. जो सब्जी पहले हम 20 रुपए में खरीदते थे वो अचानक से 100 रुपए में मिलती है तो मैनेज करना मुश्किल हो जाता है.
दरअसल, बारिश होने के चलते कई जगह पर फसल खराब हो जाती हैं. ऐसे में सब्जियों के दाम में तेजी आती है. इस समय बाजार में टमाटर 100 रुपये प्रति किलो, फूलगोभी 160 रुपये प्रति किलो, शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो, तुरई 60 रुपये प्रति किलो, आलू 20 रुपये प्रति किलो और प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है.
ग्रेवी वाली सब्जी में टमाटर जरूरी:51 वर्षीय दीपा शर्मा ने बताया कि एक हाउस वाइफ होने के नाते, घर के बजट को मैनेज करने का पूरा जिम्मा उनका होता है. छुट्टियों का समय है इसलिए घर में मेहमानों का काफी आना-जाना होता है. वहीं, टमाटर के दाम बढ़ने से काफी दिक्कत हो रही है. उन्होंने बताया कि सूखी सब्जी को तो बिना टमाटर और प्याज के बनाई जा सकती है, लेकिन ग्रेवी वाली सब्जियों में टमाटर तो पड़ता ही है. कीमत बढ़ने के अपने किचन के बजट को संभालने के लिए दो के बजाये एक टमाटर से काम चलाना पड़ता है. उनके अलावा गृहणी रीता भारती ने बताया कि एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए टमाटर खरीदना मुश्किल हो रहा है. बच्चों के लिए सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए भी अब कम टमाटर का उपयोग करना पड़ रहा है.