नई दिल्ली: दिल्ली की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और इससे जुड़ी व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज दिल्ली के व्यापारियों के साथ डिजिटल बैठक की. उन्होंने सबके सुझाव व सबकी समस्याएं सुनी. सबसे पहले मुख्यमंत्री ने वर्तमान में कोरोना के मद्देनजर दिल्ली की स्थिति को संतोषजनक बताया और इसके लिए सभी के प्रयासों का जिक्र किया. इसके लिए व्यापारियों के योगदान के लिए उनका धन्यवाद किया.
'दिल्ली दो करोड़ का परिवार'
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली दो करोड़ लोगों का एक परिवार है. अर्थव्यवस्था के बुरे हाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं आपकी समस्याएं समझ सकता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि इसे भी मिलकर हम ठीक कर लेंगे. इस मीटिंग में सबसे महत्वपूर्ण मांग थी मेट्रो को लेकर इसपर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से अपील की है कि दिल्ली को बाकी देश से अलग समझें, दिल्ली को चरणबद्ध तरीके से खोला जाए. यहां मेट्रो की बड़ी जरूरत है.
'कम की जाए स्टाम्प ड्यूटी'
मुख्यमंत्री की इस डिजिटल बैठक में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े व्यापारियों ने अपनी बात रखी. जैस्मीन शाह और बृजेश गोयल ने इस कार्यक्रम का संचालन किया. सबसे पहले यूनिटी ग्रुप के चेयरमैन हर्षवर्धन बंसल ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि सर्कल रेट को री-विजिट किया जाए, कमर्शियल के तीन फैक्टर को एक या डेढ़ किया जाए और इंडस्ट्रियल के दो फैक्टर को भी कम किया जाए. साथ ही घर खरीदने के समय दिए जाने वाले स्टाम्प ड्यूटी को भी कम किया जाए. ऑटोमोटिव मर्चेंट मार्केट एसोसिएशन से जुड़े विनय नारंग ने मांग की कि ऑटो हब के रूप में एक मार्केट को विकसित किया जाए.
'मेट्रो शुरू कराने की मांग'
इस मीटिंग में मेट्रो शुरू करने को लेकर भी सुझाव आए. साउथ एक्स मार्किट के प्रेसिडेंट विजय कुमार ने कहा कि अब मेट्रो रेल सर्विस शुरू करा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बसों में 20 लोग ही बैठ पा रहे हैं, जबकि ज्यादातर खरीददार मेट्रो से ही आते हैं. हमारे स्टाफ को दूर-दूर जाना पड़ता है, वे मेट्रो से आते जाते थे, लेकिन अभी मेट्रो न चलने के कारण उन्हें जल्दी जाना पड़ता है और हमें दुकान जल्दी बन्द करनी पड़ती है.
'महिला कारोबारियों के लिए सेल बने'
महिला कारोबारी मीनाक्षी दत्त सैलून के काम से जुड़ीं हैं. उन्होंने समय पर सैलून खोलने को लेकर दिल्ली सरकार का धन्यवाद किया. कोई ऐसा डिपार्टमेंट या सेल नहीं है, जहां जरूरत पड़ने पर शिकायत दर्ज करा सकें. खासकर एमसीडी से बहुत परेशान रहते हैं. साथ ही लोन को लेकर भी जानकारी नहीं मिल पाती है. महिला कारोबारियों के लिए अलग से सेल बनाया जाना चाहिए. दिल्ली में ऐसी 3-4 लाख महिला कारोबारी हैं.
'मार्बल मार्केट के लिए स्थायी जगह'
दिल्ली मार्बल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट प्रवीण गोयल ने मार्बल मार्केट के लिए दिल्ली में एक स्थायी जगह मुहैया कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि दिल्ली में मार्बल की ऑर्गनाइज्ड मार्केट नहीं है, इसके कारण दिल्ली के अलग अलग इलाकों में कारोबार करना पड़ता है. यह 6 हजार करोड़ का मार्केट है और सरकार को एक हजार करोड़ का रेवेन्यू मिलता है. उन्होंने मांग की कि कंझावला डीएसआईडीसी में 100 एकड़ में मार्बल फैसिलिटेशन जोन बनाया जाए.
'दूर हो इवेंट इंडस्ट्री की समस्या'
उन्होंने कहा कि इससे चीन से आयात में भी कमी आएगी और वैल्यू एडिशन का पूरा लाभ हमें ही होगा. इवेंट इंडस्ट्री से जुड़ी महिला कारोबारी लहर सेठी ने इवेंट इंडस्ट्री और हॉस्पिटालिटी इंडस्ट्री की समस्याएं मुख्यमंत्री के सामने रखी. उन्होंने कहा कि भारत की जीडीपी का 10 फीसदी हिस्सा हॉस्पिटालिटी इंडस्ट्री से जुड़ा है, इसलिए इन्हें जिंदा करना जरूरी है. उन्होंने सड़कों की गंदगी को लेकर भी शिकायत की.
'बिजली का फिक्स्ड चार्ज हटाया जाए'
चांदनी चौक मार्केट के प्रेसिडेंट संजय भार्गव ने चांदनी चौक के री-डेवलपमेंट के लिए दिल्ली सरकार का धन्यवाद किया, लेकिन साथ में मार्केट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करने की भी मांग की. ज्वाइनिंग रोड के री-डेवलपमेंट को लेकर काम किया जाए. बिजली कम्पनियां प्रोविजनल बिल्स दे रहीं हैं जबकि लॉक डाउन में इतना नुकसान हुआ. कम्पनियों को निर्देश दें कि प्रोविजनल बिल न भेजें और फिक्स्ड चार्जेज हटाए जाएं.
'एनडीएमसी नहीं सुनती शिकायतें'
खान मार्केट के प्रेसिडेंट संजीव मेहरा ने मांग की कि एक समन्वय समिति बनाई जाए, क्योंकि एनडीएमसी और व्यापारियों के बीच सामंजस्य नहीं हो पाता. हमारी शिकायतों पर वहां समय पर सुनवाई नहीं हो पाती. सदर बाजार के प्रेसिडेंट राकेश यादव ने मांग की कि सदर बाजार के स्ट्रक्चर को बदला जाए, क्योंकि रोड की कंडीशन बहुत खराब है, बारिश के बाद हर साल करोड़ों का नुकसान हो जाता है.
'व्यापारियों के हित में उठा रहे कदम'
इन सब शिकायतों व सुझावों को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने एक-एक करके सबके निवारण व इनपर अमल को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने पिछले दिनों इंडस्ट्री एसोसिएशन के साथ हुई मीटिंग का भी जिक्र किया और कहा कि व्यापारियों के हित में काफी कदमें दिल्ली सरकार उठाने जा रही है. उन्होंने पांच साल पहले के समय को याद करते हुए तब से अब तक दिल्ली की अर्थव्यवस्था ठीक करने के लिए उठाए गए अपने कदमों का जिक्र किया.
'खत्म किया इंस्पेक्टर राज'
उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद भी हमने व्यापारियों को राहत दी. वैट घटाया, बीते पांच सालों में इंस्पेक्टर राज और रेड राज खत्म कर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मनीष सिसोदिया समय समय पर जीएसटी काउंसिल की मीटिंग से पहले व्यापारियों से चर्चा करके जाते हैं और व्यापारियों से लिए गए सुझावों को वहां रखते हैं. कोरोना काल में केंद्र ने जैसे जैसे फैसले किए हमने उन्हें लागू किया. लेकिन हमें दोबारा लॉक डाउन नहीं करना पड़ा.
'शुरू किए रोजगार बाजार'
केजरीवाल ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली के होटल खुल चुके हैं, साप्ताहिक बाजार भी खोल दिए गए हैं. भारत के इतिहास में पहली बार हुआ कि एकबार में डीजल के रेट 8 रुपए प्रति लीटर घटा दिए. हमने एक स्टार्टअप पॉलिसी को सार्वजनिक किया है और लोगों से सुझाव मांगे हैं. रोजगार बाजार शुरू किया, जहां काम ढूंढने वाले और कामगार ढूंढने वालों को एक मंच मिला. इसका बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.
'थोक बाजार के लिए बने पोर्टल'
लोन को लेकर आ रही दिक्कतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे लेकर बैंक्स से बातचीत करेंगे. एक नए सुझाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कई थोक बाजार हैं, उनके लिए एक पोर्टल बनाना चाहिए जहां उन दुकानों की पूरी जानकारी डाल दी जाए. सर्कल रेट की विसंगतियों को दूर करने का काम करेंगे. एनडीएमसी से जुड़ी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं खुद इसे लेकर काम कराऊंगा. जो लोग आज नहीं बोल सके, वे अपने सुझाव लिखकर भेज दीजिए.