नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ प्रभावित छह जिलों में लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी अपने छह कैबिनेट मंत्रियों को सौंपी है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में पैदा हुए हालत की समीक्षा करने को लेकर शनिवार की शाम कैबिनेट मंत्रियों की आपात बैठक कर सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनको ये जिम्मेदारी दी. दिल्ली के छह जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जिनकी जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, आतिशी, राजकुमार आनंद, गोपाल राय और इमरान हुसैन को सौंपी गई है. अब इन मंत्रियों की अपने जिले में लोगों के लिए बने राहत शिविरों में खाना, पानी, बिजली व मेडिकल समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी होगी और उस जिले के अफसर संबंधित मंत्री से आदेश लेंगे और उनको ही रिपोर्ट करेंगे.
बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव राहत पहुंचाने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेहद गंभीर हैं. जलभराव की चपेट में दिल्ली के छह जिलों के कुछ इलाके आए हैं. इन इलाकों में बने राहत शिविरों में रह रहे प्रभावित लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्रियों की आपात बैठक की. इस बैठक में उन्होंने दिल्ली के अंदर पैदा हुए हालात की समीक्षा की और मंत्रियों को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी.
दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बैठक की जानकारी साझा करते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के अंदर उत्पन्न स्थिति के बारे में अलग-अलग विभागों से जानकारी ली और उस पर विस्तार से चर्चा की. दिल्ली सरकार ने दिल्ली के छह जिलों में राहत शिविर लगाए हैं. मुख्यमंत्री ने इन छह जिलों की जिम्मेदारी अलग-अलग छह मंत्रियों में बांट दी है. अब जिले के संबंधित मंत्री की जिम्मेदारी होगी कि उस जिले में आने वाले सभी राहत शिविर और पुनर्वास के कैंप लगाए गए हैं, वहां सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों.
उन्होंने बताया कि सीएम ने सभी शिविरों में लोगेां को रहने, खाने, पेयजल, बिजली और मेडिकल समेत सारी सुविधाएं उपलब्ध करने का निर्देश दिया है. सभी प्रशासनिक अफसरों को लिखित आदेश जारी किया जा रहा है. इन राहत शिविरों के मद्देनजर सभी संबंधित अफसर जिम्मेदार मंत्रियों को रिपोर्ट करेंगे. संबंधित मंत्री से ही आदेश लेंगे और उनके साथ सहयोग करेंगे. मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को तत्काल अपने जिलों की कमान संभालने और काम पर लग जाने का निर्देश दिया है.