नई दिल्ली: दिल्ली में जब से कोरोना वायरस का प्रकोप दिखा वैसे ही सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है. मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में मंगलवार को एक बैठक बुलाई. उन्होंने इस दौरान कोरोना वायरस को लेकर एहतियात पर चर्चा की.
दिल्ली सरकार ने बुलाई इमरजेंसी बैठक बैठक में ये लोग मौजूद
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव समेत स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद थे. इस बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर जो मामले सामने आए हैं, इसे संज्ञान में रखा जा रहा है. कोरोना वायरस की ट्रीटमेंट अभी बनी नहीं है. जैसे यह फैल रहा है फिर भी इससे घबराने की जरूरत नहीं है. दिल्ली और केंद्र सरकार इसकी तैयारी कर रही है. दोनों मिलकर जो भी होगा करेंगे.
'टेस्टिंग सेंटर बढ़ाए जाएंगे'
देश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग की सुविधा 13 जगहों पर हैं. हम कोशिश करेंगे कि दिल्ली में भी केंद्र बनाए जाए. उन्होंने दिल्ली के लोगों से भी अपील की कि इसको लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. हाथ अच्छे से धोएं, हाथ मिलाने से बचें, बिना धोए हाथों को मुंह में ना लगाएं. दुनिया के सारे देश बेसिक तौर पर तैयारी के साथ काम कर रहे हैं.
'दिल्ली के 25 अस्पतालों में इंतजाम'
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल को नोडल अस्पताल बनाया गया है. दिल्ली में कुल 25 अस्पताल है जिसमें 19 सरकारी और 6 निजी अस्पताल में तैयारी की गई है. आइसोलेशन वार्ड ऐसे बनाए गए हैं जिससे कोरोना वायरस से संक्रमित अगर मामले सामने आते हैं तो उनको वहां पर रखा जा सके. प्रभावित लोगों के करीब ना जाएं, छींक आने पर डिस्पोजेबल नैपकिन का इस्तेमाल हो. घबराने की जरूरत नहीं है. एहतियात बरतने की जरूरत है.
बता दें कि चीन में कोरोना वायरस का कहर सबसे पहले शुरू हुआ था. इसके अलावा देश दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस का प्रकोप फैल चुका है. भारत अभी तक अछूता था लेकिन केरल के बाद तेलंगाना और दिल्ली में भी अब मामले सामने आए हैं.