नई दिल्ली: दिल्ली के बाजारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी. इसके लिए दिल्ली बाजार नाम से एक वर्चुअल मार्केट बनाया जा रहा है, जिससे दिल्ली की सभी दुकानें जुड़ेंगी. जिससे आप दुनिया में कहीं से भी इस पोर्टल पर जाकर दिल्ली के बाजार को वर्चुअली देख सकेंगे और उत्पाद खरीद सकेंगे. ये कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का. रविवार को रंगपुरी में 'चांदनी चौक शॉपिंग फेस्टिवल' में बोलते हुए, केजरीवाल ने 'दिल्ली बाज़ार' नामक एक Virtual बाज़ार के निर्माण की घोषणा की, जो शहर की सभी दुकानों को एकजुट करने और वैश्विक पहुंच को सक्षम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
''यदि सरकारी प्रणाली को सरल बनाया जाए और व्यापारियों और उद्यमियों को अवसर दिए जाएं, तो निस्संदेह, हम चीन से आगे निकल सकते हैं.' दिल्ली के बाजारों को बढ़ावा देने के लिए तीन गुना दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए, केजरीवाल बताया, 'सबसे पहले, हम दुबई शॉपिंग फेस्टिवल के समान एक भव्य शॉपिंग फेस्टिवल की योजना बना रहे हैं, जिसे 'दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल' कहा जाएगा। यह कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा और इसका लक्ष्य दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ना है. 7-10 दिनों तक चलने वाला यह उत्सव दुनिया भर से लोगों को दिल्ली आने और खरीदारी के भव्य आयोजन का आनंद लेने के लिए आमंत्रित करेगा''-अरविंद केजरीवाल, CM, दिल्ली
फेस्टिवल में महिलाओं ने जम कर शॉपिंग की
CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि रविवार को आजोजित चांदनी चौक शॉपिंग फेस्टिवल का उद्धघाटन दिल्ली के मेयर शैली ओबेरॉय और दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने किया. सुबह 10 बजे से 10 बजे तक चलने वाले इस फेस्टिवल में महिलाओं ने जम कर शॉपिंग की और चांदनी चौक के लजीज जायकों का लुफ्त उठाया. बता दें कि चांदनी चौक शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन रंगपुरी स्थित एक बैंक्विट में किया गया था. बृजेश ने बताया कि जो लोग गुड़गांव बॉडर या इसके आसपास रहते हैं, उनके लिए चांदनी चौक जाना मुश्किल होता है, तो वहां से लोगों ने भी फेस्टिवल का लाभ उठाया.
फेस्टिवल में महिलाओं के योगदान मुख्य
CTI वीमन काउंसिल की अध्यक्ष मालविका साहनी ने बताया कि उन्होंने चांदनी चौक शॉपिंग फेस्टिवल में महिलाओं के योगदान मुख्य रहा। शॉपिंग का मतलब महिलाएं। हम सभी जानते हैं कि चांदनी चौक में भारी संख्या में महिलाएं शॉपिंग करने जाती हैं। यही दृश्य इस फेस्टिवल में देखने को मिला। उन्होंने बताया कि महिलाओं की टीम ने दिन-रात मेहनत कर फेस्टिवल को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। दिनभर मेला लगा रहा। स्टॉल्स पर अच्छा फुटफॉल रहा। दिनभर चले फेस्ट में 70 फीसदी महिलाओं और 30 फीसदी पुरुषों ने चांदनी चौक के मशहूर कपड़े, लहंगे, सूट, साड़ी, जूलरी, मोहब्बत का शरबत, छोले भटूरे, टिक्की, भल्ले, गोल-गप्पों का लुत्फ उठाया.