नई दिल्ली:कोरोना का सबसे अधिक कहर बच्चों की शिक्षा पर ही पड़ा है. पिछले एक साल से स्कूल बंद हैं और बच्चे घरों में ही कैद हैं. इस दौरान पढ़ाई ऑनलाइन कराई जा रही है. लेकिन झुग्गियों में रहने वाले कई गरीब बच्चे ऐसे हैं, जिनके पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं, जिससे वह ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें. ऐसे में मयूर विहार के कुछ युवाओं ने इन गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने का बीड़ा उठाया है और लॉकडाउन के बाद से ही बच्चों को फ्री में पढ़ा रहे हैं.
दिल्ली के बैंक्वेट हॉल, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्कूलों में कोरोना संक्रमितों के लिए बेड तैयार करने के आदेश
250 बच्चे कर रहे हैं पढ़ाई
वहां पढ़ा रहे शिक्षक ने बताया कि युवाओं के इस स्कूल को अच्छा रिस्पोंस भी मिल रहा है, स्कूल में केजी से लेकर 10 वीं तक करीब 250 बच्चे हैं, उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही थी. ऐसे में उन्होंने सोचा कि क्यों न इनको पढ़ाया जाए. बच्चे पढ़ने आए और अभी तक पढ़ रहे हैं.
शेल्टर बनाने में हुई थी परेशानी
उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई बारिश से न रुके. इसके लिए हम यहां शेल्टर बनाना चाहते थे. हमें डीडीए से थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा, लेकिन अब यह ठीक से काम कर रहा है. दिल्ली के इन युवाओं ने ये साबित किया है कि देश कोरोना के सामने घुटने नहीं टेकेगा और मिलकर कोरोना को हराएंगे.