पीड़ित खिलाड़ियों की ईटीवी भारत से बातचीत नई दिल्ली:दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में 24 जून को हुए एशियन गेम्स के ट्रायल में धांधली का एक बड़ा मामला सामने आया है. ट्रायल में शामिल हुए "कुराश" खेल से संबंधित खिलाड़ियों ने धांधली का आरोप लगाया है. खिलाड़ियों ने कहा है कि खुलेआम हमारे साथ बेईमानी की गई है, जिसके बाद खिलाड़ियों ने खेल मंत्रालय और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन में शिकायत भी की है.
चयनित प्रतियोगिता को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन अभी तक चयनित खिलाड़ियों की सूची जारी नहीं की गई है. खिलाड़ियों का कहना है कि पूर्व मंत्री जगदीश टाइटलर रोजाना खिलाड़ियों को अलग-अलग समय पर अपने आवास पर बुलाकर पैसों की डिमांड करते हैं, जिसके कारण खिलाड़ी दर-दर धक्के खाते हुए घूम रहे हैं.
जगदीश टाइटलर परपैसे लेकर सिलेक्शन का आरोप:खिलाड़ियों का कहना है कि जिन खिलाड़ियों ने पैसे दिए थे उनका नाम लिस्ट में है. हमसे भी पैसे मांगे गए थे, हमने पैसे नहीं दिए तो हमारा नाम लिस्ट से हटा दिया गया. यह सब मंत्री रहे जगदीश टाइटलर कर रहे हैं. खिलाड़ियों ने कहा कि इस वक्त जगदीश टाइटलर किसी भी पद पर मौजूद नहीं है, फिर भी उनकी देखरेख में सारा काम किया जा रहा है.
जीत के बावजूद हटा दिया लिस्ट से नाम:खिलाड़ियों ने कहा कि उनके साथ बेईमानी की गई है. वह खेल में जीत गए थे उसके बावजूद उनका नाम लिस्ट में नहीं है. खिलाड़ियों की मांग है कि दोबारा से ट्रायल कराया जाए. यह भी आरोप है कि जो ऊंचे पदों पर अधिकारी बैठे हैं, उन्होंने हमारे साथ भेदभाव किया है. हमने अपना गेम जीता था, लेकिन हमारा लिस्ट में नाम नहीं दिया गया.
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ओलंपिक संघ ने दियान्याय काआश्वासन:खिलाड़ियों ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने इंडियन ओलंपिक संघ के दफ्तर में पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि उनके साथ न्याय होगा. कई लेटर उन्होंने खेल मंत्री इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को भी लिखा है. खिलाड़ियों की मांग है कि एशियन गेम्स के लिए चल रहे ट्रायल को दोबारा किया जाए. इस पूरे मामले को लेकर खिलाड़ियों ने कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है.
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