नई दिल्ली:राजधानी में कोरोना नियमों का पालन नहीं करने पर चालान की राशि दो हजार किए गए एक महीना हो चुका है. अब तक सैकड़ों लोगों के चालान काटे जा चुके हैं. अगर बात केवल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की करें, तो सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में करीब 500 चालान काटे जा चुके हैं.
कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों के कटे ₹2000 के चालान दिल्ली में कोरोना के नियमों का पालन करवाना और पालन नहीं करने पर चालान काटने की जिम्मेदारी डिपार्टमेंट ऑफ दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी को दी गई है. ऐसे में जब राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस की स्थिति पहले से बेहतर नजर आ रही है, तो क्या लोग चालान के डर से अब नियमों का पालन कर रहे हैं? इसकी जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने डीडीएमए में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के प्रोजेक्ट ऑफिसर से खास बातचीत की.
वॉलिंटियर्स की तैनाती
डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट ऑफिसर हरीश माथुर ने ईटीवी भारत को बताया कि सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में उनकी तरफ से करीब 200 वॉलिंटियर्स अलग-अलग इलाकों में तैनात किए गए हैं. जिसमें बाजार, मुख्य सड़कें, रेड लाइट और भीड़भाड़ वाले इलाके शामिल हैं.
इसके साथ ही पिछले महीने नवंबर में चालान की राशि ₹500 से बढ़ाकर ₹2000 की गई, जिसके बाद से अब तक करीब 500 चालान सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में काटे जा चुके हैं. हरीश माथुर ने कहा कि अब लोग समझ रहे हैं और 2000 के चालान के डर के कारण मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी नियमों का भी पालन कर रहे हैं.
हरीश माथुर ने बताया-
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में तीन सब-डिवीजन हैं, जिनमें करोल बाग, सिविल लाइंस और कोतवाली सब-डिवीजन शामिल है. यहां ज्यादा मार्केट एरिया है, जिसमें करोल बाग मार्केट, लाला लाजपत राय मार्केट, दिल्ली गेट, दरियागंज आदि शामिल हैं. हमारे वॉलिंटियर्स चेक कर रहे हैं कि लोगों की संख्या ज्यादा ना हो.
लोगों को किया जा रहा जागरुक
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के प्रोजेक्ट ऑफिसर ने कहा कि केवल चालान काटना ही हमारी ड्यूटी नहीं है. हम लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं. मास्क बांटे जा रहे हैं. जगह-जगह पम्पलेट बांटे जा रहे हैं. मार्केट एरिया में लोगों को अवेयर किया जा रहा है और रोजाना अनाउंसमेंट के जरिए भी लोगों को कोरोना के नियमों के बारे में बताया जा रहा है.