नई दिल्ली/नोएडा:नोएडा के थाना सेक्टर 18 स्थित एक स्पा सेंटर के संचालक और उसके स्टाफ को धमकी देने का मामला सामने आया है. आरोप शासन सत्ता में मजबूत पकड़ रखने वाला और सरकारी गनर लेकर चलने वाले पवन पांडेय पर लगा है. आरोप है कि स्पा में काम करने वाली युवतियों को उठा ले जाने की धमकी देता था. जिसके संबंध में पीड़ित स्पा संचालक ने लिखित रूप में शिकायत कर थाने पर मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी पवन पांडेय को देर रात हिरासत में ले लिया और थाना सेक्टर 20 लाकर पूछताछ करने में जुटी है. पवन द्वारा स्पा सेंटर संचालक और वहां के कर्मचारियों को धमकी देने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।
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2 महीने पहले गाजियाबाद की एक सोसायटी में 20 सरकारी गनरों प्राप्त पवन पांडेय ने दंपती के साथ मारपीट की थी. तब मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. शासन प्रशासन में हडक़ंप मचने के बाद आनन फानन में गाजियाबाद व मथुरा पुलिस ने अपने जिले से दिए सभी 17 गनर वापस ले लिए थे, लेकिन तीन सरकारी गनर के बल पर एक बार फिर पवन पांडेय चर्चा में है.
बुधवार को नोएडा के सेक्टर-18 में एक स्पा सेंटर के संचालक व उसके स्टॉफ के साथ अभद्रता करने और युवती की डिमांड पूरी न करने पर अगवा कर ले जाने की धमकी देने की शिकायत थाना सेक्टर-20 में दर्ज कराई गई है. वहीं, इस बारे में पवन पांडेय से उनका पक्ष जाने के लिए मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उससे सम्पर्क नहीं हुआ.
धमकी देने की घटना सीसीटीवी में कैद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, निठारी निवासी राज चौहान का सेक्टर-18 में स्पा सेंटर है. राज चौहान का आरोप है कि उनके स्पा सेंटर पर राज नगर एक्सटेंशन गाजियाबाद निवासी पवन पांडेय अक्सर सरकारी गनर व बाउंसरों के साथ आते हैं. स्पा सेंटर पर युवतियों की डिमांड करते हैं. मना करने पर स्टॉफ के साथ अभद्रता व उठा ले जाने की धमकी देते हैं.
बुधवार को भी पवन अपने सरकारी गनर व बाउंसरों के साथ आया और फिर वही डिमांड की और पूरी न करने पर अभद्रता की. उन्हें व स्टॉफ को जान से मार देने की धमकी तक दी. आए दिन आकर मारपीट व धमकी से उनका पूरा स्टॉफ डरा सहमा है.
सूत्रों के मुताबिक, गाजियाबाद में कारोबारी जयंत गोयल व उनकी पत्नी से मारपीट के बाद शासन स्तर पर मामले ने तूल पकड़ा तो गाजियाबाद के एसएसपी (Senior Superintendent of Police of Ghaziabad) ने उसको मिले सरकारी गनर हटा लिए थे. शासन स्तर पर सुरक्षा समीति ने आदेश जारी किए थे कि पवन को किसी जिले से गनर न दिए जाए. इसके बाद भी पवन पांडेय के पास तीन गनर हैं. जिसमें एक गनर मेरठ पुलिस से मिला है. जो उसके बाउंसर राहुल के नाम पर है. वहीं दो अन्य सरकारी गनर भी दूसरों के नाम पर लेकर अपने साथ चलता है और शासन सत्ता का रौब करता है.
बताया जाता है कि पवन पांडेय के पिता मथुरा के एक मंदिर के ट्रस्ट से जुड़े हैं. जिनकी शासन सत्ता में सीधी पकड़ बसपा और सपा कार्यकाल में जबरदस्त रही है. वहीं भाजपा के शासन काल में भी केन्द्र व यूपी शासन प्रशासन में उनकी दखल जारी है. जिसके चलते प्रशासन में कोई बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है.
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