नई दिल्ली:दिल्ली सहित एनसीआर में कॉल सेंटर खोलकर लोगों से ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने ऐसे आधा दर्जन से ज्यादा कॉल सेंटर का पर्दाफाश भी किया है. पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने ऐसे कॉल सेंटरों पर सख्त एक्शन लेने ले निर्देश दिए हैं. उन्होंने फर्जी कॉल सेंटर पकड़ने के साथ ही उन्हें सील करने के भी आदेश दिए हैं ताकि उस जगह दोबारा कॉल सेंटर न चलें.
नौकरी करने वालों को मिलता है कमीशन
जानकारी के अनुसार राजधानी सहित एनसीआर में कॉल सेंटर खोलकर न केवल देश बल्कि विदेश में बैठे लोगों से भी ठगी की जा रही है. यह जालसाज छोटा सा कॉल सेंटर खोलकर प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये इस जालसाजी के माध्यम से कमा रहे हैं. आरोपी किसी सुनसान जगह पर कॉल सेंटर खोलते हैं ताकि आसपास रहने वाले लोगों को इसका पता न चले. यहां पर नौकरी करने वालों को अच्छे से पता होता है कि वह अपराध कर रहे हैं. उन्हें न केवल मोटी तनख्वाह मिलती है बल्कि ठगी की रकम से कमीशन भी मिलता है. जालसाज कॉल सेंटर में ऐसे लोगों को नौकरी पर रखते हैं जो आसानी से शिकार को अपनी बातों में फंसा सकें. खासतौर से विदेशी लोगों से ठगी वाले कॉल सेंटर में विदेशी एसेंट में बातचीत करने वालों को प्रमुखता दी जाती है.
कॉल सेंटर पर सख्त एक्शन ले पुलिस
हाल ही में दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने साइबर सेल सहित सभी जिला डीसीपी को ऐसे कॉल सेंटर पर नजर रखने को कहा है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ऐसे कॉल सेंटर चलाने वालों की धरपकड़ की जाए. उन्हें गिरफ्तार करने से इस अपराध में कमी नहीं आएगी. इसलिए गिरफ्तारी के साथ ही उस परिसर को भी अदालत से अनुमति लेकर सील करवाया जाए ताकि वहां पर दोबारा कॉल सेंटर न खुलें. इतना ही नहीं इससे उन लोगों को भी सबक मिलेगा जो किराए के लालच में अपने परिसर में कॉल सेंटर खुलवाते हैं. इसके अलावा अन्य साइबर अपराध को लेकर भी तेजी से काम करने के निर्देश पुलिस कमिश्नर ने दिए हैं.
विदेशियों को बनाते हैं निशाना
साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव ने इन फर्जी कॉल सेंटर्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये विदेश में बैठे लोगों को यह गैंग वहां की सुरक्षा एजेंसी के नाम से कॉल करते हैं. किसी अपराध में उनके खिलाफ साक्ष्य मिलने की बात कहकर आरोपी उन्हें धमकाते हैं. इसके बाद उनसे गूगल पे, बिटकॉइन एवं अन्य माध्यम से मोटी रकम आरोपी वसूल लेते हैं. अधिकांश पीड़ितों को पता नहीं चलता कि उनसे ठगी हुई है. जिन्हें पता लगता है, वह विदेश में ठगी होने के चलते शिकायत नहीं कर पाते.
बेरोजगारों को नौकरी के नाम पर ठगते हैं