दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कैट व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन

कैट ने दिल्ली में और देश भर के 700 शहरों में अमेजन और फ्लिपकार्ट ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कैट ने सरकार से दोनों ऑनलाइन कंपनियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.

By

Published : Nov 21, 2019, 5:01 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 11:36 PM IST

अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ प्रदर्शन

नई दिल्ली: कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने आज ई-कॉमर्स कंपनीयों अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें इन कंपनियों को इनकी अनैतिक व्यापार पद्धति से बेहद विषाक्त करने वाला और सरकार की एफडीआई नीति का खुले रूप से उल्लंघन करने वाला बताया गया.

अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ प्रदर्शन

इस मुद्दे पर पूरे देश में कैट ने आह्वान किया, जिसके बाद एक राष्ट्रीय विरोध दिवस आज मनाया गया. जिसके अंतर्गत 700 से अधिक शहरों में पूरे देश भर में व्यापार संगठनों ने इन ई-कॉमर्स साइट्स का विरोध किया और धरना दिया.

सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
इन सभी जगह धरनों में लाखों की संख्या में पूरे देश भर में व्यापारी शामिल हुए और सरकार से इन दोनों कंपनियों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की. दिल्ली की प्रमुख मार्केट सदर बाजार में हुए विरोध प्रदर्शन में दिल्ली के सभी भागों के व्यापारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया.

प्रदर्शनकारियों का मानना है कि कि अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी अनैतिक अव्यवस्थित व्यापार पद्धति ने देश के रिटेल व्यापार को गुलाम बनाने की तरफ कदम बढ़ा रखा है. इन्हें जल्द ही रोकना पड़ेगा नहीं तो इससे देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित होगी. देश का घरेलू व्यापार पूरी तरह से तहस-नहस हो जाएगा.

'एफडीआई की नीतियों का उलंघन कर रही है ई-कॉमर्स कंपनी'
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण खंडेलवाल ने ईटीवी भारत की टीम से खास बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को बंद करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि यह दोनों कंपनियां गैर कानूनी ढंग से एफडीआई की नीतियों का न सिर्फ उल्लंघन कर रही हैं बल्कि देश की लघु इकाइयों और व्यापारियों के बिजनेस को खत्म करने में लगी हुई है. कैट के दिल्ली अध्यक्ष विपिन आहूजा ने बातचीत के दौरान इन दोनों कंपनियों के खिलाफ सरकार से जल्द से जल्द एक्शन लेने की मांग की.

Last Updated : Nov 21, 2019, 11:36 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details