नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शीतलहर और कड़ाके की ठंड के चलते दिल्लीवासियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली के व्यापार पर भी ठंड का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हुआ दिख रहा है. बीते 10 दिनों में दिल्ली के बाजारों में ठंड के चलते व्यापार में जबरदस्त गिरावट देखी गई है, जिससे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में व्यापारियों की अब आगामी लोहड़ी और मकर संक्रांति से काफी उम्मीदें हैं.
दिल्ली के सबसे बड़े व्यापारिक संगठनों में से एक सीटीआई के द्वारा जारी की गई जानकारी में बताया गया कि पिछले 10 दिनों में दिल्ली के व्यापार में लगभग 40% की गिरावट देखी गई है, जिससे व्यापारी वर्ग को 200 करोड़ रुपए का व्यापार घाटा हुआ है. ठंड से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में आने वाले होटल और रेस्टोरेंट्स का व्यापार पर भी प्रभावित हुआ है. चैंबर्स ट्रेडर्स ऑफ इंडिया द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की सर्दी के दौर में दिल्ली के बाजार ठंडे हो गए हैं. सभी बाजारों, मॉल्स में ग्राहकों की संख्या घटी है. दुकानदार भी देरी से दुकान खोल रहे हैं और जल्दी बंद कर रहे हैं. ठंड और कोहरे के चलते ट्रांसपोर्ट क्षेत्र पर भी बुरा असर पड़ा है.
ट्रेन, फ्लाइट्स और बसों की रफ्तार धीमी होने से दिल्ली में आने वाले टूरिस्ट की संख्या भी पहले के सालों के मुकाबले कम हुई है. दिल्ली में बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स के न आने का भी व्यापार पर बुरा असर हुआ है. ठंड के चलते लोग घरों से खरीददारी करने भी बहुत कम संख्या में निकल रहे हैं. कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, सदर बाजार, नया बाजार, चावड़ी बाजार, कनॉट प्लेस, लक्ष्मी नगर, खान मार्केट, सरोजिनी नगर, तिलक नगर, जनकपुरी, लाजपतनगर, कमला नगर, नेहरू प्लेस समेत सभी बाजारों में औसत से कम फुटफॉल रह गया है. दिल्ली में रोजाना 2 लाख लोग आसपास के राज्यों से खरीदारी को आते हैं लेकिन इस संख्या में लगभग 40 फीसदी की गिरावट देखी गई है. होलसेलर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों से रोजाना खरीदारी के लिए ट्रेनों और बसों से आते हैं. कोहरे की वजह से ट्रेनें लेट चल रही हैं. ऐसे में अधिकतर खरीदार मौसम ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं.