नई दिल्ली : परिसीमन के बाद नए रूप में सामने आए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 6 जनवरी को मेयर का चुनाव (mayoral election in MCD) होने जा रहा है. चुनाव के साथ ही सदन का गठन भी हो जाएगा.जिसके बाद सबसे पहले एमसीडी के सदन की कार्रवाई में चर्चा आगामी वित्तीय वर्ष के मद्देनजर बजट पर होगी. 25 साल के बाद ऐसा पहली बार होगा जब बजट को सीधे सदन में पेश किया जाएगा. ऐसे में इस बार सदन की पहली बैठक बेहद अहम होने वाली है.
नवगठित एमसीडी के सदन की शुरू हो जाएगी पहली कार्यवाही : 250 वार्डो में बंटी दिल्ली एमसीडी में 6 जनवरी को मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है. इसके साथ ही नवगठित एमसीडी के सदन की पहली कार्यवाही शुरू होगी. एमसीडी में हर साल की कार्यवाही में सबसे महत्वपूर्ण विषय बजट का ही होता है, जिसे दिल्ली के विकास, स्वच्छता व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़कर देखा जाता है.
स्टैंडिंग कमेटी या वार्ड कमेटियों में नहीं जाएगा : दिल्ली एमसीडी में अभी तक स्टैंडिंग कमिटी के साथ विभिन्न कमेटियों का गठन नहीं हो पाया है. इसलिए इस बार आगामी वित्तीय वर्ष के बजट को सीधे सदन में पेश किया जाएगा. जहां न सिर्फ बजट के पर चर्चा होगी बल्कि अगर कुछ संशोधन सत्ताधारी दल को प्रस्तावित करेगा तो वह भी सदन में ही होंगे. मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के बाद विभिन्न समितियों के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. बजट की प्रक्रिया को लेट नहीं किया जा सकता, इसलिए सीधे सदन में ही बजट को पेश कर दिया जाएगा. दिल्ली एमसीडी में ऐसा 25 साल बाद होगा, जब बजट को न तो स्टैंडिंग कमेटी के पास जाएगा और न ही वार्ड कमेटियों के पास.
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