नई दिल्ली: एनआरसी का मुद्दा राजधानी में सियासी रूप ले चुका है. दिल्ली बीजेपी NRC पर सीएम केजरीवाल के दिए बयान पर उग्र प्रदर्शन कर रही है. दिल्ली प्रदेश बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा ने आज अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन काफी उग्र रहा, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का भी इस्तेमाल करना पड़ा.
BJP ने केजरीवाल के घर के बाहर किया बड़ा प्रदर्शन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर दिल्ली में NRC लागू होती है तो मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी जिस पर बीजेपी की ओर से उग्र प्रदर्शन किया गया.
बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा ने सीएम केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया और ये प्रदर्शन अब भी जारी है.
NRC पर बीजेपी का उग्र प्रदर्शन बुधवार को दिल्ली सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक सवाल के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर एनआरसी लागू हुई, तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़नी पड़ेगी. अरविंद केजरीवाल के इस बयान को बीजेपी ने मनोज तिवारी और पूर्वांचल का अपमान माना और इसे लेकर गुरुवार को प्रदेश भाजपा पूर्वांचल मोर्चा की तरफ से अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शनकारियों को रोकने में जुटी पुलिस सैकड़ों कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे
इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में प्रदेश पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनके हाथों में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे लिखे थे. अरविंद केजरीवाल हाय हाय के नारे लगाते हुए इन लोगों ने अपना प्रदर्शन शुरू किया. केजरीवाल के घर तक प्रदर्शनकारी ना पहुंच सकें, इसके लिए पुलिस की तरफ से दो स्तर की बैरिकेडिंग की गई थी. प्रदर्शनकारियों ने पहला बैरिकेड तोड़ दिया और फिर दूसरे बैरिकेड तक पहुंच गए. वहां भी काफी उग्र प्रदर्शन हुआ पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हाथापाई भी हुई और फिर उन्हें रोकने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा.
पूर्वांचल मोर्चा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनीष सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पूर्वांचलियों की तुलना रोहिंग्या और बांग्लादेशियों से की है और हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल मनोज तिवारी को दिल्ली से बाहर भेजने की बात करते हैं, लेकिन अब हम उन्हें दिल्ली से बाहर भगाएंगे.
वाटर कैनन के इस्तेमाल के बावजूद प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करते रहे. उसके बाद पुलिस को यहां प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मनीष सिंह और अन्य नेताओं को हिरासत में लेना पड़ा. हालांकि उन्हें थोड़ी देर बाद छोड़ दिया गया.