नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली आम आदमी पार्टी के प्रमुख मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उनकी पार्टी के सदस्यों को एमसीडी में एक प्रस्ताव लाने और मंजूरी देने की भाजपा कड़ी निंदा करती है. पार्षदों का बैठक भत्ता 300 रुपये प्रति बैठक से 25000 रुपये प्रति बैठक करने का प्रस्ताव आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को पारित करवाया.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्लीवासी यह देखकर हैरान हैं कि आम आदमी पार्टी अपने पार्षदों के भत्ते में 80 गुना बढ़ोतरी की मांग कर रही है. यह चौंकाने वाली बात है कि किसी भी स्तर पर सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी का पहला प्रयास अपने सदस्यों को वित्तीय लाभ देना होता है. इसी प्रकार पार्षदों के लिए मासिक भत्ते की अधिकतम कैपिंग 33 गुना वृद्धि के साथ तीन हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख प्रति माह करने का प्रस्ताव पारित हुआ है. उन्होंने कहा कि चीजों को सीधा रखते हुए कहा जाए तो आम आदमी पार्टी एमसीडी को अपनी दिल्ली सरकार के नक्शेकदम पर चला रही है.
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दिल्ली के लोगों को याद है कि 2015-16 में आम आदमी पार्टी ने इसी तरह अपने विधायकों के मासिक वेतन में 40 गुना बढ़ोतरी करने की कोशिश की थी. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि पार्षदों के बैठक भत्ते में आखिरी बढ़ोतरी 2004 में हुई थी जब कांग्रेस ने भत्ता दोगुना कर दिया था और आज आम आदमी पार्टी ने 80 गुना बढ़ोतरी की मांग कर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
एमसीडी में विपक्ष के नेता सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज का दिन एमसीडी के इतिहास में काला दिन है. दो कारणों से, पहला हमारे विरोध के बावजूद रक्षा बंधन के दिन सदन की बैठक हुई और दूसरा, सदन की बैठक में भाजपा की गैर-मौजूदगी का फायदा उठाते हुए मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने पार्षदों के बैठक भत्ते में असामान्य वृद्धि के लिए आम आदमी पार्टी के निजी सदस्य के प्रस्ताव को मेज पर अनुमति दे दी.