नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर प्रेमोदय खाखा पर अपने दोस्त की नाबालिग बेटी से दुष्कर्म करने के आरोप पर दिल्ली सरकार और भाजपा में घमासान मचा हुआ है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें पीड़ित बच्ची से मिलने नहीं दिया. उन्होंने कहा कि वह बच्ची से मिलने अस्पताल गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें बताया कि दिल्ली पुलिस के अधिकारी अंदर मौजूद हैं और वह दबाव बना रहे हैं कि बच्ची को किसी उनसे मिलने न दिया जाए.
स्वाति मालीवाल के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा है कि स्वाति मालीवाल ने जब अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने पिता पर लांछन लगा दिए तो वह किसी और बच्ची को न्याय कैसे दिला सकती हैं. वह तो बस मीडिया में आने के लिए कुछ भी बयान देती रहती हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि सोचकर देखिए कि खुद के भीतर आपको किस हद तक का घिनौनापन लाना होगा, अगर आपको अपने पिता की सार्वजनिक पटल पर बदनामी करनी हो केवल इसलिए कि आपके ‘नेता’ को कुछ वोट मिल सकें. जो स्वाति मालीवाल अपने पिता की नहीं हुईं, और दुनियाभर के लांछन अपने पिता पर लगा दिए. वह किसी मासूम बच्ची को क्या न्याय दिलाएंगी. वह कैमरा लेकर नौटंकी करने कहीं भी पहुंच जाएगी.