नई दिल्ली:दिल्ली में शराब घोटाले के मुद्दे को लेकर भाजपा आम आदमी पार्टी पर दबाव बनाने की फिराक में है. इसी कड़ी में सोमवार को दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर राजघाट पर मौन व्रत रखा. इस अवसर पर दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल, सांसद रमेश बिधूड़ी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह विधूड़ी, प्रवक्ता हरीश खुराना, विजय गोयल, पूर्व महापौर अवतार सिंह, पूर्व महापौर जयप्रकाश (जेपी) कमलजीत शेहरावत, विधायक ओमप्रकाश शर्मा, राजकुमार भाटिया सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता रहे.
राजघाट के समीप मौन व्रत पर बैठने से पहले प्रदेश बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि सीएम केजरीवाल आज तक बीजेपी द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे पाए हैं, क्योंकि उनके पास इसका कोई जवाब ही नहीं है. आखिर दिल्ली में नई शराब नीति की जरूरत क्या थी, शराब के ठेकेदारों का कमीशन क्यों बढ़ाया गया और जब शराब नीति इतनी अच्छी थी तो सीबीआई जांच शुरु होते ही वापस क्यों ले लिया गया
उन्होंने कहा कि बात मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य की हो रही थी, लेकिन सीएम केजरीवाल ने दिल्लीवालों को शराब की बोतल एक के साथ एक मुफ्त में देकर युवाओं को नशे की लत में झोंकने की साजिश की गई. आज दिल्ली की जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं के संघर्ष का परिणाम है कि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता आज केजरीवाल से इस्तीफें की मांग करती है और दिल्ली भाजपा का यह संघर्ष अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने तक जारी रहेगा.