नई दिल्ली:बुधवार को जारी एक बयान में, भाजपा दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा: I.N.D.I.A गठबंधन एक आत्म-विरोधाभासी गठबंधन है. इस गठबंधन के बनने का एकमात्र कारण विपक्षी नेताओं के मन में यह डर है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्हें अपरिहार्य हार का सामना करना पड़ेगा. वे सभी जानते हैं कि I.N.D.I.A गठबंधन में सभी एक-दूसरे के दुश्मन हैं. लेकिन उन सभी को डर है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में लगातार तीसरी हार से उनमें से कई का राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा. इसलिए, वे साथ मिलकर काम करने की पूरी कोशिश करते हैं. लेकिन बुनियादी मतभेद उनकी 'नावों' को बर्बाद करते रहते हैं.
I.N.D.I.A गठबंधन में मतभेद
राज्यसभा आम आदमी पार्टी के सदस्य राघव चट्ठा के अनुसार, 1971 से 1977 तक इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार का मतलब एक सत्तावादी शासन था. इसके साथ ही देश को एक बार फिर I.N.D.I.A गठबंधन में मतभेद देखने को मिला है. जहां आम आदमी पार्टी का कहना है कि इंदिरा गांधी का शासन निरंकुश और मन मोहन सिंह का शासन भ्रष्ट है, वहीं दूसरी ओर पंजाब और दिल्ली कांग्रेस के नेता खुलेआम कहते हैं कि आम आदमी सरकार भ्रष्ट लोगों से भरी हुई है. वीरेंद्र सचदेवा ने बयान में कहा कि जब हालात ऐसे हैं तो देश की जनता जानना चाहती है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों एक ही गठबंधन का हिस्सा कैसे हो सकते हैं. राघव चड्ढा 1971 से 1977 तक की श्रीमति इंदिरा गांधी की सरकार को हिटलरशाही सरकार मतलब तानाशाही शासन बताया था
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