नई दिल्ली: दिल्ली में नगर निगम के सदन में मंगलवार को बीजेपी और आप पार्षदों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं देखने को मिली. दोनों ही पार्टी के पार्षदों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए. हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. जहां एक तरफ बीजेपी के नेता शराब घोटाले और बंगले के सौन्दर्यीकरण को लेकर केजरीवाल पर निशाना साध रहे थे. वहीं आप पार्षद अदानी मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमलावर थे. निगम की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा के सभी पार्षदों ने मेयर के ऑफिस के बाहर धरना दिया और जमकर नारेबाजी की.
बीजेपी ने एमसीडी बैठक के एजेंडे को बिना सदन के पटल पर पेश किए ही स्वीकृत घोषित करने के लिए महापौर की आलोचना की. भाजपा ने इसे अनुभवहीन महापौर द्वारा सदन चलाने का नतीजा बताया. कहा कि महापौर ने बिना किसी चर्चा के एजेंडे को पास घोषित कर दिया और सीएम अरविंद केजरीवाल के राजमहल के खिलाफ सदन में कुछ मिनट के नारे के बाद सदन को स्थगित कर दिया. यह दर्शाता है कि आम आदमी पार्टी राजनीतिक विरोध को बर्दाश्त नहीं कर सकती.
बीजेपी पार्षद शिखा राय एवं बीजेपी के संदीप कपूर के नेतृत्व में 10 भाजपा पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम सचिव कार्यालय में जाकर सदन की कार्यवाही को असंवैधानिक और अवैध बताते हुए एक विरोध पत्र सौंपा. साथ ही इस बैठक कार्यवाई को रद्द करने की मांग की.