नई दिल्ली:दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में बड़ा बदलाव हुआ है. पहले से ही शिक्षा, ऊर्जा समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहीं आतिशी को अब वित्त और राजस्व विभाग भी सौंप दिया गया है. इसके साथ ही उनके पास कुल 11 विभाग हो गए हैं.
केजरीवाल सरकार के इस फैसले के बाद दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP पर कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा राजनीतिक ब्लैकमेलिंग का एक ज्वलंत उदाहरण देखने को मिला है. इस प्रक्रिया में सिसोदिया की धमकियों के तहत मुख्यमंत्री ने यह झूठ फैलाने की भी कोशिश की कि उपराज्यपाल पोर्टफोलियो फेरबदल की फाइल को रोक रहे हैं, जबकि उपराज्यपाल ने एक दिन के भीतर ही फाइल को मंजूरी दे दी थी.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हर कोई जानता है कि पीडब्ल्यूडी के साथ वित्त और राजस्व दिल्ली सरकार के सबसे आकर्षक विभाग हैं. सिसोदिया के जेल जाने के बाद सीएम केजरीवाल ने वित्त और राजस्व को एक अन्य वरिष्ठ मंत्री कैलाश गहलोत को आवंटित कर दिया था. वित्त एक ऐसा विभाग था, जिसके माध्यम से मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के लिए धन संग्रह का प्रबंधन करते थे और अपने लिये भी लाभ लेते थे.
दिल्ली के राजनीतिक हलकों में यह चर्चा का विषय है कि जब से सिसोदिया जेल गए हैं, तब से केजरीवाल सरकार में उनकी हिस्सेदारी कम होती जा रही है और जमानत मिलने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में सिसोदिया ने धमकी दी कि अगर मुख्यमंत्री उनकी नहीं मानेंगे तो वह सरकारी गवाह बन जाएंगे. उन्होंने मांग रखी कि मेरे सभी आकर्षक विभाग मेरी राजनीतिक शिष्या आतिशी को सौंप दें.