नई दिल्ली: राजधानी के थिएटर प्रेमियों के लिए खुशखबरी है. दरअसल, रंगमंच का महाकुंभ यानि भारत रंग महोत्सव का आगाज 14 फरवरी से होने वाला है. इस महोत्सव में 14 फरवरी से 23 फरवरी तक विभिन्न नाटकों का मंचन किया जाएगा. इसके अलावा इस महोत्सव का आयोजन 14 फरवरी से 26 फरवरी तक दिल्ली के अलावा 10 शहरों के भी किया जाएगा.
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के निदेशक प्रो. डॉ. रमेश चंद्र गौड़ ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 14 से 26 फरवरी तक दिल्ली, नासिक, जयपुर, राजमुंदरी, भोपाल, जम्मू, श्रीनगर, गुवाहाटी, रांची और केवड़िया में भारत रंग महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 22 वें भारत रंग महोत्सव में 80 से ज्यादा नाटकों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें लोक प्रदर्शन, पुस्तक विमोचन, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी, लिविंग लेजेंड, मास्टर क्लासेस, मीट द डायरेक्टर एवं अन्य इवेंट्स भी होंगे. इसमें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा पर लिखी गई किताब और एनएसडी के पूर्व छात्र और दिवंगत अभिनेता इरफान खान की किताब को भी लॉन्च किया जाएगा. 19 फरवरी को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में इरफान खान के परिवार के लोग भी शामिल होंगे. इसके अलावा बच्चों से संबंधित किताब को भी लॉन्च किया जाएगा.
गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ने जुलाई, 2022 में आजादी का अमृत महोत्सव की 'आजादी शृंखला' के अंतर्गत भारत रंग महोत्सव का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में मां भारती के वीर शहीद सपूतों को याद कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई थी. वहीं करगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर एनएसडी रिपर्टरी कंपनी ने 25 जुलाई, 2022 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक स्थल में 'करगिल: एक शौर्य गाथा' का प्रदर्शन किया था.
महोत्सव के पीछे यह है मकसद:एनएसडी के निदेशक प्रो. डॉ. रमेश चंद्र गौड़ ने आगे बताया कि सन् 1999 से एनएसडी, भारत रंग महोत्सव का आयोजन कर रहा है. इसका उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक संपदा और रंगमंच के माध्यम से वैश्विक पटल पर देश को समृद्ध बनाना है. साथ ही अन्य देशों के साथ रंगमंच के माध्यम से परस्पर अंतर्राष्ट्रीय संबंध और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों को साझा करना है. 22 वां भारत रंग महोत्सव भारतीय रंगमंच परंपराओं की स्वर्णिम झलक है. इसमें सिर्फ कलाकार ही नहीं, बल्कि देश के जाने माने रंग निर्देशक भी शामिल होंगे. इस महोत्सव में नाटकों और सांस्कृतिक प्रदर्शनियों का भव्य आयोजन होगा, जिसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य में रंगमंच के मानवीय व रणनीतिक महत्व के कई विषयगत पैनल चर्चाएं होंगी.