दिल्ली में कोरोना अस्पतालों में 80% बेड खाली, OPD के लिए करना पड़ सकता है इंतजार
दिल्ली में कोरोना (Corona in delhi) की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है. दिल्ली के कोरोना अस्पताल में (Delhi corona beds availability) 80 फीसदी से ज्यादा बेड खाली हैं.
दिल्ली कोरोना बैड्स
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Published : May 30, 2021, 5:36 PM IST
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Updated : May 30, 2021, 6:21 PM IST
नईदिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना (Corona in delhi) की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है. राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देकर अपने घर को लौट रहे हैं. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की माने तो दिल्ली के कोरोना अस्पताल में 80 फीसदी से ज्यादा बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी कोरोना अस्पताल (Delhi Corona Hospital) में कुल 28551 बेड मौजूद हैं, जिनमें से 23303 बेड खाली हैं. वहीं 5248 बेड पर मरीजों का इलाज चल रहा है.
दिल्ली में कोरोना अस्पतालों में 80% बेड खाली.
ओपीडी के लिए करना पड़ सकता है इंतजार
राजधानी दिल्ली में भले ही कोरोना की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है, लेकिन सामान्य मरीजों को ओपीडी में अपना इलाज कराने के लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है. अभी के समय दिल्ली सरकार का पूरा ध्यान कोरोना की तीसरी लहर और वैक्सीनशन (Delhi Vaccination) पर है. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए दिल्ली सरकार अपने सभी अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड्स की संख्या में बढ़ोतरी कर रही है.
साथ ही बच्चों के लिए भी अलग से आईसीयू बेड तैयार किए जा रहे हैं, क्योंकि विशेषज्ञ इस बात का अंदेशा जता चुके हैं कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक है. ऐसे में अभी के समय दिल्ली सरकार का पूरा ध्यान कोरोना की तीसरी लहर ( Delhi Corona third wave) से बचाव की तैयारियों पर है.
3947 वेंटिलेटर/ICU बेड हैं खाली
दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 6933 बेड हैं, जिनमें से 2986 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं 3947 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली हैं. मरीजों के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के साथ ही अस्पतालों में बेड की उपलब्धता बढ़ने लगी है. आलम यह है कि दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में करीब 1644 सामान्य और ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं, तो वहीं जीटीबी हॉस्पिटल में 1487 सामान्य और ऑक्सीजन बेड खाली हैं.
पिछले कुछ दिनों के मुकाबले दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की स्थिति में थोड़ा सुधार होते दिख रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड भी बढ़ाए गए हैं. दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर के 587 बेड खाली हैं. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 285, लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल में 708, एम्स में 13 और एम्स ट्रामा सेंटर में 15 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.
दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में 132, बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल में 76, सफदरजंग हॉस्पिटल में 47, डिवाइन हॉस्पिटल एंड कैंसर इंस्टीटूट में 23, विमहन्स हॉस्पिटल में 97, मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 25, सर गंगाराम में 37, शांति मुकुंद हॉस्पिटल में 4, मेट्रो हॉस्पिटल में 27, बंसल ग्लोबल हॉस्पिटल में 6, खन्ना हॉस्पिटल में 3, पंचशील हॉस्पिटल में 2, राम सिंह हॉस्पिटल में 5, सिंघल हॉस्पिटल में 3, कुकरेजा हॉस्पिटल में 2 और अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में आईसीयू/वेंटिलेटर के 3 बेड खाली हैं.