नई दिल्ली: भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में से एक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने बैंक ऑफ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान पुरस्कार-2023 के लिए चयनित 12 रचनाओं की सूची की घोषणा की है. पुरस्कार के पहले संस्करण के लिए नामांकित 12 उपन्यासों की लॉन्गलिस्ट में उर्दू भाषा के चार उपन्यास शामिल किए गए हैं. विभिन्न भारतीय भाषाओं की साहित्यिक रचनाओं को सम्मानित करने तथा उन्हें प्रोत्साहन देने के साथ-साथ अनुवाद के माध्यम से हिंदी पाठकों को सर्वश्रेष्ठ भारतीय साहित्य उपलब्ध कराने के प्रयासों को मान्यता देने के लिए इस पुरस्कार की शुरुआत की गई है. ताकि उपन्यासों के प्रति लोगों की दिलचस्पी को व्यापक बनाया जा सके और पाठकों के एक बड़े समूह के लिए सुलभ बनाया जा सके.
बैंक ऑफ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान अवार्ड रचना के मूल लेखक तथा पुस्तक के हिंदी अनुवादक दोनों को दिया जाएगा. अवार्ड जीतने वाली पुस्तक के मूल लेखक तथा उसके हिंदी अनुवादक को क्रमशः 21 लाख रुपए और 15 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अलावा, 5 सर्वश्रेष्ठ चयनित पुस्तकों के लेखकों तथा उनके हिंदी अनुवादकों को भी 3 लाख रुपये और 2 लाख रुपये दिए जाएंगे.
बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक ललित त्यागी ने कहा कि साहित्यिक विरासत के मामले में हमारा देश काफी समृद्ध रहा है और अलग-अलग भाषाओं का संगम हमारी संस्कृति का आधार रहा है. इसलिए बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा राष्ट्रभाषा सम्मान की घोषणा से सभी भाषाओं को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन मिलेगा. यदि हम राष्ट्रभाषा की बात करें, तो इसका तात्पर्य देश की सभी प्रमुख भाषाओं से है. मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि आने वाले समय में यह सम्मान साहित्य के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा.